सौ से अधिक स्कूलों को नोटिस, पांच की मान्यता निरस्त करने की चेतावनी
जयपुर. शिक्षा का अधिकार (आरटीई) के तहत चयनित बच्चों को प्रवेश नहीं देने वाले स्कूलों पर शिक्षा विभाग ने सख्ती करना शुरू कर दिया है। जिला शिक्षा अधिकारी की ओर से अभिभावकों की शिकायत के आधार पर सौ से अधिक स्कूलों को नोटिस जारी किए गए हैं। इतना ही नहीं, पांच स्कूलों को मान्यता निरस्त करने का चेतावनी नोटिस जारी किया गया है। जयपुर में निजी स्कूलों पर इस तरह की यह पहली कार्रवाई है।
बड़ी संख्या में नोटिस जारी होने के बाद निजी स्कूलों में जहां हड़कंप मच गया, वहीं, कुछ छोटे स्कूलों ने तो बच्चों को प्रवेश दे भी दिया है। लेकिन शहर के बड़े निजी स्कूलों की ओर से अब भी मनमानी की जा रही है। पिछले दिनोें राजस्थान पत्रिका ने प्रमुखता से खबर प्रकाशित कर आरटीई में चयनित बच्चों और अभिभावकों की पीड़ा को उजागर किया था।
इन स्कूलों को चेतावनी नोटिस
10 हजार से अधिक बच्चे परेशान: जयपुर में 50 हजार बच्चों को आरटीई के तहत प्रवेश के लिए चयनित किया गया है। इनमें से 10 हजार से अधिक बच्चों को प्रवेश नहीं दिया गया है। अभिभावक शिक्षा विभाग और निजी स्कूलों के चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन स्कूल अड़े हैं। पिछले दिनों अभिभावकों ने प्रदर्शन कर स्कूलों पर कार्रवाई की मांग की थी।
जिला शिक्षा अधिकारी राजेन्द्र शर्मा हंस ने बताया कि शहर के पांच निजी स्कूलों को अंतिम चेतावनी नोटिस दिया गया है। उनको कहा है कि अगर आरटीई के तहत चयनित बच्चों को प्रवेश नहीं दिया गया तो शिक्षा विभाग स्कूलों से एनओसी वापस ले लेगा और मान्यता निरस्त कर दी जाएगी। निजी स्कूलों पर सख्ती की जा रही है। 100 से अधिक नोटिस दिए गए हैं। वहीं, नोटिस के बाद भी मनमानी पर अड़े स्कूलों की मान्यता निरस्त करने की कार्रवाई कर रहे हैं। - राजेन्द्र शर्मा हंस, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक
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