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बुधवार, 9 अगस्त 2023

नवाचार: सरकारी विद्यालयों में तीन महीने लगेंगी विशेष कक्षाएं



 नवाचार: सरकारी विद्यालयों में तीन महीने लगेंगी विशेष कक्षाएं

शिक्षकों को 200 से 300 रुपए प्रति घंटे मिलेगा मानदेय

रेमेडियल कक्षाएं एक अगस्त से शुरू हो चुकी है, जो अक्टूबर तक जारी रहेगी। जिन स्कूलों में सैकंड ग्रेड शिक्षक व व्याख्याता नहीं है। वहां 9वीं से 12वीं की कक्षाओं को पढ़ाने के लिए कार्य व्यवस्थार्थ योग्यताधारी निजी शिक्षक लगाए जाएंगे। 9वीं से 10वीं कक्षा को पढ़ाने के लिए प्रति कक्षा व प्रति विषय 200 रुपए और 11वीं से 12 को पढ़ाने के लिए प्रति कक्षा व प्रति घंटा 300 रुपए की दर से इन्हें मानदेय दिया जाएगा। जानकारी के अनुसार 9वीं व 10वीं कक्षा में अंग्रेजी, गणित, विज्ञान विषय की रेमेडियल कक्षाएं लगाई जाएंगी। जबकि 12वीं और 11वीं के विद्यार्थियों की आवश्यकता को प्राथमिकता देते हुए प्रति संकाय अधिकतम तीन विषयों का उपचारात्मक शिक्षण कराया जाएगा।


समय पर पूरा हो सकेगा पाठ्यक्रम

राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की कमी के कारण विद्यार्थियों का समय पर कोर्स पूरा नहीं होने की शिकायत रहती थी। जिसे ध्यान में रखते हुए शिक्षा विभाग ने कक्षा नौ से दसवीं में अंग्रेजी, गणित और विज्ञान के संविदा पर शिक्षक लगाकर उन्हें व्यवस्था के तहत तीन महीने के लिए लगाए जाना है। ताकि समय पर विद्यार्थियों का सिलेबस पूरा हो सकेगा। वहीं, शिक्षकों की कमी से प्रभावित होने वाला अध्यापन कार्य भी सुचारू हो सकेगा।


युवाओं को मिलेगा रोजगार

रेमेडियल कक्षाएं लगाने के फैसले से जहां विद्यार्थियों को शिक्षक मिलेंगे वहीं, संविदा पर लगे शिक्षकों को रोजगार मिल सकेगा। जानकारी के अनुसार कक्षा 9वीं से 10वीं को पढ़ाने के लिए व्यवस्था के तहत लगाए गए शिक्षक को प्रति विषय 200 रुपए और 11वीं से 12 को पढ़ाने के लिए प्रति घंटे के हिसाब से 300 रुपए मानदेय दिया जाएगा।


इनका कहना है

जिले के सरकारी विद्यालयों में विद्यार्थियों का पाठ्यक्रम समय पर पूरा कराने और परिणाम को बेहतर बनाने के लिए9वीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए उपचारात्मक शिक्षण शुरू किया गया है। इसके तहत अतिरिक्त कक्षाएं लगाई जा रही है। शिक्षकों को मानदेय देने के लिए सरकार की ओर से बजट जारी किया जाएगा। सरकार की इस व्यवस्था से जहां विद्यार्थियों का सिलेबस समय पर पूरा हो सकेगा। वहीं, शिक्षित योग्यताधारी युवकों को रोजगार मिलेगा।-दिनेश गुप्ता, एडीपीसी, समग्र शिक्षा अभियान, सवाईमाधोपुर।


विद्यार्थियों की स्किल होगी मजबूत

कोराना काल में स्कूल संचालित नहीं होने से विद्यार्थियों में एजुकेशन गेप बढ़ गया था। जिससे विद्यार्थी पढ़ाई में पिछड़ गए थे। हालांकि, ऑन लाइन कक्षाएं संचालित की गई थी। लेकिन, कोविड का असर प्रत्यक्ष.अप्रत्यक्ष रूप से विद्यार्थियों पर पड़ा। जिससे उनका शैक्षणिक स्तर कमजोर हो गया था। एजुकेशन स्तर मजबूत करने के लिए सरकार ने कक्षा 9 से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए सभी स्कूलों में तीन महीने तक विशेष कक्षाएं लगाने का निर्णय किया है। सरकार के इस प्रयास से जहां विद्यार्थियों का शैक्षणिक स्तर मजबूत होगा। वहीं, समय पर कोर्स भी पूरा हो सकेगा।


सवाईमाधोपुर. राज्य के 18 हजार 370 उच्च माध्यमिक स्कूलों में वर्तमान में सैकंड ग्रेड और व्याख्याताओं के लगभग 30 प्रतिशत पद रिक्त चल रहे हैं। स्कूलों में पद रिक्त होने के कारण 9वीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों का शिक्षण कार्य प्रभावित न हो, इसके लिए शिक्षा विभाग ने नवाचार करते हुए आगामी तीन माह के लिए रेमेडियल कक्षाएं लगाई जा रही हैं।


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