तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले की टूट रही आस
सीकर. तृतीय श्रेणी शिक्षकों के साढ़े चार साल से तबादले नहीं होने से अब शिक्षकों में लगातार आक्रोश बढ़ रहा है। शिक्षकों ने अब फिर आंदोलन का ऐलान किया है। राजस्थान एकीकृत शिक्षक महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष हरपाल दादरवाल ने बताया कि तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादला कराने की मांग को लगातार आंदोलन किया जा रहा है। सरकार की ओर से 25 दफा आश्वासन भी दिया गया। इसके बाद भी अभी तक तबादले अनलॉक नहीं हुए है। पहले सरकार तबादला नीति बनाने का दावा करती रही।
पिछले दिनों तबादला नीति भी बन गई। इसके बाद भी शिक्षकों को राहत नहीं मिली है। पिछले दिनों इस मामले में शिक्षकों ने मुख्यमंत्री कार्यालय और एआईसीसी महासचिव तारिक अनवर को भी वादा याद दिलाया। शिक्षकों ने अब तबादला नहीं तो वोट की मुहिम शुरू की है। इस कड़ी में सीकर, चूरू व झुंझुनूं जिले में पिछले दो दिनों से लगातार नुक्कड़ सभाएं कर आंदोलन की रणनीति तैयार की जा रही है। सीकर में हुई बैठक में जिला प्रभारी कमल बगड़िया ,डॉ निर्मल चौधरी, आशीष कुमार ,नरेश चौहान ,मनीष ,राम सहाय, कलाम, युवराज सोलंकी ,हरफूल गढ़वाल ,जितेंद्र चौधरी ,मनोज शर्मा , मनीष गुर्जर सहित कई शिक्षक मौजूद रहे।
फिर तो पद ही खाली नहीं रहेंगे
शिक्षकों का कहना है कि इस सप्ताह में कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती का परिणाम जारी किए जाने की आस है। 48 हजार शिक्षकों की नियुक्ति से पद खाली नही रहेंगे। ऐसे में तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले संभव नहीं है। वहीं शिक्षकों का कहना है कि विधानसभा चुनाव की आचार संहिता भी अक्टूबर महीने में लगने की संभावना है। शिक्षकों ने इस मु्द्दे को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी भी कर ली है।
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