Breaking

Primary Ka Master Latest Updates | Education News | Employment News latter 👇

मंगलवार, 22 अगस्त 2023

सरकार और शिक्षा विभाग तैयार, लेकिन RPSC नहीं:एग्रीकल्चर लेक्चरर मामले में ठनी; विरोध में उतरे स्टूडेंट्स



 सरकार और शिक्षा विभाग तैयार, लेकिन RPSC नहीं:एग्रीकल्चर लेक्चरर मामले में ठनी; विरोध में उतरे स्टूडेंट्स

प्रदेश के सरकारी स्कूलों में एग्रीकल्चर लेक्चरर लगाने के मामले में राजस्थान लोक सेवा आयोग किसी तरह के बदलाव के मूड में नहीं है। यही कारण है कि राज्य के सैकड़ों एग्रीकल्चर ग्रेजुएट्स योग्यता के बावजूद लेक्चरर नहीं बन पा रहे हैं। दरअसल, RPSC ने चुनिंदा विषयों में पीजी करने वालों को ही लेक्चरर का पात्र माना है, जबकि खुद शिक्षा विभाग कह रहा है कि किसी भी विषय में पीजी करने वाले कैंडिडेट को शामिल किया जा सकता है।


शिक्षा विभाग ने वर्ष 2022 में एग्रीकल्चर कॉलेज लेक्चरर के लिए आवेदन मांगे थे। इसमें तीन विषयों में पीजी करने वाले कैंडिडेट्स को पात्र माना गया, जबकि इससे पहले वर्ष 2018 में किसी भी विषय में पीजी करने वालों को योग्य माना गया था। इस मुद्दे पर बेरोजगार एग्रीकल्चर ग्रेजुएट्स ने आंदोलन किया तो शिक्षा विभाग ने एक कमेटी बनाई, जिसमें कृषि विशेषज्ञ शामिल थे। सभी ने सिफारिश कर दी कि सभी विषयों को शामिल किया जा सकता है। इसके बाद खुद शिक्षा निदेशालय ने आरपीएससी को लिखित में दिया कि वो सभी विषयों को योग्य मान लें। इस पर आरपीएससी ने नियमों में बदलाव की बात रखी।


राजस्थान सरकार ने 23 अगस्त 2022 व 2 मार्च 2023 को पत्र जारी कर सभी कृषि स्नातकोत्तर विषयों को कृषि व्याख्याता भर्ती 2022 में शामिल करने के लिए आरपीएससी को अवगत कराया गया लेकिन आरपीएससी अभी भी पात्रता नियमों में बदलाव के लिए तैयार नहीं है।


निदेशालय ने सुधारी गलती


निदेशालय ने भी अपनी गलती सुधारते हुए 3 जून 2022 को विषय विशेषज्ञों की कमेटी के आधार पर सभी विषयों को समतुल्य मानते हुए आरपीएससी को भर्ती प्रक्रिया में शामिल करने के लिए पत्र भेजा था।


खाली रह जाएंगे पद


अगर सभी विषयों में उत्तीर्ण कैंडिडेट्स को अवसर नहीं दिया गया तो एग्रीकल्चर लेक्चरर की भर्ती के बाद भी पद खाली रह जाएंगे। स्कूल लेक्चरर भर्ती 2022 कृषि में कुल पद 280 है तथा इसमें केवल 101अभ्यर्थी ही उतीर्ण हो रहे हैं इन 101 अभ्यर्थी में कृषि स्नातकोत्तर के सभी समतुल्य विषयों के अभ्यर्थी शामिल हैं।


सोशल मीडिया पर सक्रिय


विरोध कर रहे स्टूडेंट्स ने सोशल मीडिया पर कई बार एकजुट होकर विरोध भी किया। मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री तक ने उन्हें आश्वासन दिया लेकिन आरपीएससी है कि मानने के लिए तैयार नहीं है। अब स्टूडेंट्स ने राजस्थान लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल से मिलकर मांग रखी है। बेनीवाल ने आंदोलन में सहयोग का आश्वासन दिया।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें