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बुधवार, 13 सितंबर 2023

रैंकिंग की चढ़ाई में आधी दूरी पर ही हांफ रहा शिक्षामंत्री का जिला,पहले से सुधार, लेकिन अब भी 15वें पायदान तक ही पहुंच

 

रैंकिंग की चढ़ाई में आधी दूरी पर ही हांफ रहा शिक्षामंत्री का जिला,पहले से सुधार, लेकिन अब भी 15वें पायदान तक ही पहुंच


बीकानेर. शिक्षा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला का गृह जिला बीकानेर रैकिंग की सीढ़ियों पर लगभग आधा सफर ही तय कर सका है। जिले ने राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद की रैकिंग में 15वां स्थान हासिल किया है। संतोष की बात सिर्फ इतनी सी है कि जहां पहले बीकानेर अंतिम पांच पायदानों पर आता था। वहीं इस बार सम्मान बचाते हुए जयपुर-उदयपुर जैसे बड़े जिलों की तुलना में काफी ऊंचे स्थान पर है। इस उपलब्धि में भी जिले के भामाशाहों का उल्लेख जरूरी है, जिन्होंने दिल खोल कर स्कूलों की दशा-दिशा सुधारने के लिए अपनी पोटली खोल दी। बीकानेर का पड़ोसी जिला चूरू 55 प्रतिशत अंक लेकर टॉप पर काबिज हो गया है।


दरअसल, राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद की ओर से स्कूलों में विद्यार्थियों को उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधाओं का हर माह सर्वे होता है। इसके बाद जिलों की रैकिंग तय की जाती है। अगस्त में किए गए सर्वे में चूरू जिला 55 अंक लेकर पहले स्थान पर रहा, जबकि उदयपुर अंतिम स्थान पर रहा। उदयपुर को मात्र 26.74 अंक मिले हैं। अगस्त में हुए सर्वे में नवगठित 17 जिलों को शामिल नहीं किया गया है।


भामाशाहों के सहयोग से हो रहा सुधार

हल्दीराम एज्युकेशनल सोसाइटी ने जिले के चार स्कूलों को गोद लेकर दो करोड़ से अधिक की राशि खर्च की। सोसाइटी के स्थानीय प्रतिनिधि रमेश कुमार अग्रवाल ने बताया कि शहरी क्षेत्र के चार स्कूलों में लाखों रुपए खर्च कर सुविधाएं जुटाई गईं। वहीं श्रीमती सीएम मूंधड़ा मेमोरियल चेरिटेबल ट्रस्ट के ट्रस्टी डीपी पच्चीसिया के मुताबिक, ट्रस्ट की ओर से जिले के 118 स्कूलों में बिजली कनेक्शन कराए गए। इस पर एक करोड़ 87 लाख से अधिक राशि खर्च की जा चुकी है।


ये हैं पहले पांच और अंतिम तीन जिले

सर्वे में पहले पांच जिलों में चूरू, करौली, राजसमंद, डूंगरपुर और हनुमानगढ़ जिले शामिल हैं, जबकि अंतिम तीन पायदानों पर सिरोही (28 अंक), धौलपुर (27.20) तथा उदयपुर जिला (26.74 प्रतिशत अंक) हैं।


तीन जिलों को रैंकिंग सुधारने के निर्देश

जिलों में रैकिंग कमजोर रहने पर शिक्षा निदेशक कानाराम ने मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी तथा पदेन जिला परियोजना समन्वयकों को पत्र भेजकर रैकिंग सुधारने के निर्देश दिए हैं। पत्र में विशेष कर सिरोही, धौलपुर तथा उदयपुर के जिला शिक्षा अधिकारियों को रैकिंग में सुधार करने के निर्देश दिए हैं।


जिलेवार मिले अंक

करौली 51.50, राजसमंद 51.16, डूंगरपुर 50.52, हनुमानगढ़ 50.18, श्रीगंगानगर 49.62, भीलवाड़ा 48.87, चितौड़गढ़ 48.26, सीकर 48.13, प्रतापगढ़ 47.34, कोटा 44.46, जैसलमेर 44.08, झालावाड़ 42.95, बीकानेर 42.07, झुंझुनूं 37.07, बारां 35.41, नागौर 34.37, बूंदी 34.17, जालौर 33.98, सवाई माधोपुर 33.38, जयपुर 33.13, बाड़मेर 33.07, पाली 32.78, टोंक 31.72, अजमेर 31.58, जोधपुर 31.38, दौसा 30.66, अलवर 29.88 तथा बांसवाड़ा 28.19 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं।

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