नई शिक्षा नीति : अब 3 नहीं 22 भाषाओं में पाठ्य पुस्तकें छापेगी एनसीईआरटी... यानी अपनी ही भाषा में पढ़ेंगे बच्चे
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में हाल ही में घोषित राष्ट्रीय पाठ्यचर्या में यह सुनिश्चित किया है कि बच्चों को प्राथमिक शिक्षा उनकी अपनी भाषा में मिले। पूरी स्कूली शिक्षा के लिए भी एनसीईआरटी अब 22 भाषाओं में पाठ्यक्रम प्रकाशित करने जा रही है। अब तक एनसीईआरटी तीन भाषाओं हिंदी, अंग्रेजी और उर्दू में पाठ्य पुस्तकें प्रकाशित करती हैं। नए प्रावधानों द्वारा अब संविधान की 8वीं अनुसूची में निर्धारित सभी भाषाओं में पाठ्य पुस्तक तैयार की जाएंगी। विभिन्न राज्यों को उनकी आवश्यकता अनुसार इसकी कॉपी उपलब्ध करवाई जाएगी। नई शिक्षा नीति में क्या होगा इसको लेकर पढ़िए... भारत एक बहुभाषी राष्ट्र है, जहां हर राज्य में, हर क्षेत्र में अलग भाषा बोली जाती है। बच्चा सबसे पहले क्षेत्रीय बोली बोलना सीखता है न कि अंग्रेजी और हिंदी।
इसी बात को ध्यान में रखते हुए एनसीईआरटी एवं सीबीएसई बहुभाषी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए भारतीय भाषाओं को शिक्षा के वैकल्पिक माध्यम के रूप में ले रहा है। एनसीईआरटी ने इस गंभीर कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता पर लिया है, ताकि अगले सत्र से सभी छात्रों को 22 अनुसूचित भाषाओं में पाठ्यपुस्तकें उपलब्ध कराई जा सकें। तकनीकी, चिकित्सा, व्यावसायिक, कौशल और कानून शिक्षा की पाठ्यपुस्तकें भी भारतीय भाषाओं में उपलब्ध कराई जा रही हैं। उच्च शिक्षा संस्थान पहले से ही इस दिशा में कदम बढ़ा चुके हैं।
भाषा संगम से सीखेंगे अन्य भाषा में संवाद: भारतीय भाषाओं के माध्यम से राष्ट्रीय एकता की भावना बढ़ाने एनसीईआरटी ने एक और कार्यक्रम प्रारंभ किया है। सभी 22 भारतीय भाषाओं में संवाद के 100 वाक्य निर्धारित कर उनका मॉड्यूल बनाया है जो पीएफ और वीडियो के रूप में उपलब्ध करवाया गया है। विद्यार्थी रुचि की किसी भी भाषा में वार्तालाप के 100 वाक्य सीख सकता है, इन्हें एक सारणी के रूप में हिंदी, अंग्रेजी व अन्य भाषा में जोड़कर बनाया है यह 20 दिन का पाठ्यक्रम है
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बारे में वह सब, जो आप जानना चाहते हैं
- बचपन की 5 वर्षीय शिक्षा पूर्व प्राथमिक और कक्षा एक, दो स्तर की पाठ्यचर्या का निर्माण पूरा, पाठ्यक्रम भी तैयार।
- कक्षा एक, दो के लिए पाठ्य पुस्तकों का लेखन हो चुका, पुस्तकें जारी हो गईं।
- बाल वाटिका 1,2,3 में बच्चों के लिए कोई किताब नहीं, गतिविधियों के लिए सामग्री स्कूलों व आंगनवाड़ी पर आनी शुरू हो गई। बालवाटिका कक्षाओं के शिक्षकों के लिए विस्तृत मार्गदर्शन पुस्तिका टीचर्स मैनुअल रहेगा।
- कक्षा तीन से लेकर 12 तक के लिए भी पाठ्यचर्या का निर्माण पूरा हो गया है। पब्लिक डोमेन में डालकर सुझाव मांगे गए व्यापक सुझाव और अपेक्षित संसाधनों के साथ एनसीएफ जारी कर दिया गया है।
- अब NCF के आधार पर पाठ्यक्रम निर्माण व उसके बाद पाठ्य पुस्तकों का लेखन शुरू होगा। एकता की भावना बढ़ाने एनसीईआरटी ने एक अगले सत्र में नई पाठ्यपुस्तकें आ जाएंगी
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