प्रारंभिक शिक्षा के 6 हजार स्कूल क्रमोन्नत, अधिशेष 20 हजार शिक्षकों का समायोजन नहीं
जयपुर | शिक्षा विभाग भले ही आए दिन नवाचारों को लेकर खूब वाहवाही लूट रहा हो, लेकिन विभाग के अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा आने वाले दिनों में प्रारंभिक शिक्षा के 20 हजार शिक्षकों भुगतना पड़ेगा। इन शिक्षकों को वेतन को तरसना पड़ सकता है, लेकिन अधिकारी इनकी परेशानी की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। दरअसल विभाग ने पिछले दिनों प्रारंभिक शिक्षा के 6 हजार स्कूलों को माध्यमिक शिक्षा में क्रमोन्नत किया था। इसके बाद इन स्कूलों में कार्यरत प्रारंभिक शिक्षा का स्टाफ अधिशेष हो गया। प्रदेश में करीब 20 हजार शिक्षक हैं, जो अधिशेष चल रहे हैं। वे अभी क्रमोन्नत स्कूल में ही लगे हैं।
उनका वेतन प्रारंभिक शिक्षा में खाली पड़े पदों से उठाया जा रहा है। अब जल्दी ही प्रारंभिक शिक्षा के खाली पदों पर नई भर्ती के जरिए शिक्षकों की पोस्टिंग होनी है। यह पोस्टिंग हो गई तो यहां पद खाली नहीं रहेगा। इसके बाद इन अधिशेष शिक्षकों को वेतन के लिए परेशानी उठानी पड़ेगी। ऐसी स्थिति को लेकर अधिशेष शिक्षकों में चिंता है। उनका कहना है कि विभाग के अधिकारी समायोजन के लिए उनकी काउंसलिंग नहीं करा रहा है। राजस्थान प्रारंभिक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष विपिन प्रकाश शर्मा का कहना है कि नई नियुक्ति से पहले अगर इन शिक्षकों का समायोजन नहीं किया गया तो विभाग के सामने इनके वेतन को लेकर भारी परेशानी खड़ी होगी। इसलिए जल्दी से जल्दी काउंसलिंग करके इनका समायोजन किया जाए।
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