8 साल पहले मिली टेबल-कुर्सियां खराब हो गई थीं, बच्चों ने फर्नीचर गोद ले ठीक किया
जोधपुर ।शहर की एक सरकारी स्कूल के विद्यार्थियों ने स्कूल में आठ साल से जंग लगकर खराब हो रहे फर्नीचर को अपने रिक्त कालांश में रंगरोगन व मरम्मत कर फिर से नया कर दिया। इस अनूठी मुहिम की पहल स्कूल की छात्र संसद ने की। छात्र संसद में प्रस्ताव पारित कर प्रिंिसपल के समक्ष रखा। प्रस्ताव यह था कि एक फर्नीचर सेट को एक बच्चा गोद लेगा और अपने खर्चे से कलर कर मरम्मत करवाएगा। प्रिंिसपल और स्कूल स्टाफ की सहमति से बच्चों ने महज पौन घंटे के अपने एक पीरियड में 230 फर्नीचर को नया बना दिया।
राउमावि नागौरी गेट में आठ साल पहले एक सीमेंट कंपनी ने बच्चों के पढ़ने के लिए लोहे की टेबल-कुर्सी के 250 सेट भेंट किए थे। छत खराब होने व पानी टपकने से फर्निचर खराब हो गया था। स्कूल छात्र संसद की प्रधानमंत्री सलीना की अध्यक्षता में हुई मीटिंग में शिक्षा मंत्री मनीष, गृह मंत्री लक्ष्य, आयोजना आयोग अध्यक्ष काजल, खेल मंत्री राहुल, केबिनेट मंत्री प्रियांशु और तौहिद अहमद ने यह मामला उठाया और कहा कि संसद फर्नीचर को मरम्मत कर नया बनाएगी।
स्कूल का हर बच्चा एक फर्नीचर गोद लेगा। वित्त मंत्री आदेश ने इस पर मुहर लगाते हुए प्रिंसिपल पूर्णिमा रानी के समक्ष मामला रखा। प्रिंसिपल ने स्कूल स्टाफ उप प्राचार्य नमिता माथुर, मोहम्मद हारुन, कृष्णा रांकावत, लक्ष्मी शर्मा, प्रीति बाला राठौड़ व कुमारी कमलेश को बुलाकर छात्र संसद का प्रस्ताव बताया तो स्कूल स्टाफ ने फर्नीचर मरम्मत के लिए आर्थिक सहयोग देने का पक्ष रखा।
फिर खाली पीरियड में स्कूल की निशक्त शिक्षिका कुमारी कमलेश व अन्य टीचर्स के साथ बच्चों ने स्कूल चौक में एक साथ सारा फर्नीचर लाकर उन्हे रंगा।
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