चुनाव के बाद मुख्यमंत्री चाहे कोई बने, बच्चों के दूध के पैकेट पर रहेगा गहलोत का ही फोटो
नागौर. आगामी विधानसभा चुनाव के बाद प्रदेश में किसकी सरकार बनेगी, इस बारे में अभी कहना जल्दबाजी है, लेकिन सरकारी स्कूलों में आठवीं तक के बच्चों को पिलाए जा रहे दूध के पैकेट पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का फोटो और नाम शैक्षिक सत्र पूरा होने तक रहेगा। चुनाव वर्ष में सरकार ने सरकारी स्कूलों में दूध के पैकेट की सप्लाई इतनी कर दी है कि संस्था प्रधानों व पोषाहार प्रभारियों के लिए भंडारण करना भी मुश्किल हो रहा है।
गौरतलब है कि राजस्थान के सरकारी स्कूलों में मुख्यमंत्री बाल गोपाल दूध योजना 28 नवम्बर 2022 से शुरू की गई, जिसके तहत सप्ताह में दो दिन (बुधवार व शुक्रवार) को बच्चों को दूध पिलाना था। गत एक जुलाई से सरकार ने प्रतिदिन दूध देने के आदेश जारी कर दिए हैं, जिसके तहत अब रोजाना दूध पिलाया जा रहा है। इस योजना के तहत कक्षा एक से पांचवीं तक के बच्चों को 15 ग्राम पाउडर में 150 एमएल पानी व 8.4 ग्राम चीनी मिलाकर तथा छठी से आठवीं तक के बच्चों को 20 ग्राम पाउडर में 200 एमएल पानी व 10.2 ग्राम चीनी मिलाकर पिलाना होता है।
चूहे कर रहे परेशान
संस्था प्रधान एवं मिड डे मील योजना के प्रभारियों का कहना है कि ठेकेदार ने पूरे सत्र का दूध पाउडर एक साथ सप्लाई कर दिया है, अब उनके लिए इसका भंडारण करना मुश्किल हो रहा है। दूध पाउडर के पैकेट चूहे कुतर रहे हैं। ऐसी व्यवस्था है नहीं कि उन्हें लॉकर में रखें। सर्दी और गर्मी की छुट्टियों में सबसे ज्यादा परेशानी होगी, जब पाउडर को चूहों से बचाना मुश्किल हो जाएगा।
पैकेट पर लगे हैं मुख्यमंत्री के फोटो
दूध के पैकेट पर बाल गोपाल योजना का नाम लिखा है और कोने में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का नाम सहित फोटो लगा है। पोषाहार सामग्री की सप्लाई जहां एक साथ दो-तीन महीने की होती है, वहां दूध की सप्लाई पूरे सत्र की एक साथ कर दी है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें