पहल: अब दसवीं तक होंगे प्रदेश के मदरसे
सीकर. राजस्थान मदरसा बोर्ड ने मदरसों का शैक्षिक स्तर सुधारने के लिए पहल की है। अब प्रदेश के मदरसों को दसवीं कक्षा तक क्रमोन्नत कर उनमें बच्चों को आधुनिक शिक्षा प्रदान की जाएगी। इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। मदरसा बोर्ड के सूत्रों के अनुसार प्रदेश में 1600 ऐसे मदरसे हैं, जिनमें वर्तमान में भवन सहित सभी जरूरी सुविधाएं व संसाधन मौजूद हैं। इनको मौजूदा स्थिति में क्रमोन्नत करके बच्चों को दसवीं तक की आधुनिक शिक्षा दी जा सकती है। इसके लिए प्रस्ताव तैयार करवाया जा रहा है। जल्द ही इसको मंजूरी के लिए सरकार व शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों को भेजा जाएगा। इसके जल्द मूर्तरूप लेने के आसार हैं। इसके बाद मदरसों में पढने वाले बच्चे उच्च शिक्षा हासिल कर सकेंगे।
यह है स्थिति
राजस्थान मदरसा बोर्ड के अधीन प्रदेश में 3800 हजार मदरसे चल रहे हैं। इनमें 700 उच्च प्राथमिक स्तर व तीन हजार मदरसे प्राथमिक स्तर पर संचालित हैं। इनमें से 1600 मदरसे ऐसे हैं जिनका इफ्रास्ट्रक्चर बेहद सुदृढ हैं। इनमें से कई मदरसों में तो 35 कमरों तक के भवन बने हुए हैं। इनको दसवीं तक क्रमोन्नत करने की बोर्ड की योजना है।
राजस्थान मदरसा बोर्ड की कवायद बनेंगे स्मार्ट क्लास रूम
राजस्थान मदरसा बोर्ड ने प्रदेश में मदरसों का आधुुनिकीकरण करने के लिए बोर्ड ने योजना तैयार की है। इसमें मदरसों में स्मार्ट क्लास रूम बनाए जाएंगे। इससे बच्चे निजी स्कूलों की तर्ज पर कम्प्यूटर व डिजिटल बोर्ड के जरिए तकनीकी दक्षता व गुणवत्तापरक शिक्षा हासिल कर सकेंगे। इसके लिए मुख्यमंत्री व शिक्षा विभाग को कार्य योजना बनाकर भेजी गई है।
जल्द मिलेगा मूर्त रूप
मदरसा बोर्ड की योजना है कि प्रदेश के मदरसों को दसवीं तक क्रमोन्नत किया जाए। इसके लिए उन्होंने खुद प्रदेश के 19 जिलों का दौरा कर मदरसों की भौतिक स्थिति देखी है। इनमें करीब 1600 मदरसे हैं, जिनको दसवीं तक क्रमोन्नत किया जा सकता है। यहां भवन सहित जरूरी सुविधाएं मौजूद है। इसका प्रस्ताव तैयार करवाकर राज्य सरकार को भेजा जा रहा है। इसके लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी व्यक्तिगत रूप से मांग की गई है। जल्द ही इस योजना को मूर्त रूप दे दिया जाएगा।-एमडी चौपदार, चेयरमैन, राजस्थान मदरसा बोर्ड
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