दलित छात्र की पिटाई करने वाले शिक्षक की बर्खास्तगी की मांग राउप्रावि भीमनगर का मामला, प्रदर्शन कर की नारेबाजी
भरतपुर. बयाना भीमनगर स्थित राउप्रावि में शिक्षक की ओर से दलित छात्र की पिटाई के मामले में जिला जाटव महासभा समिति ने शिक्षक की बर्खास्ती की मांग की है। जिला जाटव महासभा समिति के अध्यक्ष लक्ष्मण सिंह कैन के नेतृत्व में जिला कलक्टर लोकबंधु को ज्ञापन दिया गया।
इसमें कहा गया कि यह घटना देश व समाज को शर्मसार करने वाली कलंकित घटना है। ऐसी जातिवादी मानसिकता रखने वाले शिक्षक को नौकरी करने का कोई अधिकार नहीं है। इसको तुरन्त बर्खास्त करने की मांग की है। प्रतिनिधि मण्डल ने बयाना जाकर पीड़ित छात्र से मुलाकात भी की है। वरिष्ठ उपाध्यक्ष दिनेश आठिया ने बताया कि भीमनगर बयाना में स्थित सरकारी स्कूल में जाटव समाज का छात्र रविन्द्र जाटव कक्षा 7 में पढ़ता है।
शुक्रवार को वह प्रार्थना के बाद पानी पीने के लिए टंकी पर गया, टंकी में पानी नहीं होने पर स्टाफ के लिए पीने के रखे कैम्परों में से 2 अन्य छात्रों ने पानी पिया था। उसमें से रविन्द्र जाटव ने बोतल भरकर पानी पी लिया। जिसको देखकर शिक्षक गंगाराम गुर्जर नाराज हो गए और छात्र की पिटाई। जबकि अन्य 2 छात्र जो शिक्षक की जाति के थे उनको कुछ नहीं कहा। इस मौके पर प्रतिनिधि मण्डल में हरदेव सिंह मास्टर, धर्मेन्द्र कुमार एडवोकेट, हरिसिंह मास्टर, हीरादास एएसआई, सोनू पार्षद, महेश वराखुर, मन्नू भगत, करनसिंह माढौनी, राजू वर्मा, उमेश चंद आदि मौजूद थे। जिला कलक्टर ने तुरन्त कार्रवाई करने का आश्वासन प्रतिनिधि मण्डल को दिया है।
आरोपी शिक्षक के समर्थन में उतरे संगठन, निष्पक्ष जांच की मांग
बयाना. कस्बे के भीमनगर स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में सातवीं कक्षा के एक छात्र को शिक्षक गंगाराम गुर्जर द्वारा कैंपर से पानी पीने को लेकर मारपीट कर जाति सूचक शब्दो से अपमानित किए जाने के आरोप के मामले में पुलिस की ओर से पीड़ित छात्र के भाई की रिपोर्ट पर गिरफ्तार किए जाने के बाद विभिन्न शिक्षक संगठन उसके समर्थन में खड़े हो गए हैं।
सोमवार को शिक्षक संगठन राष्ट्रीय के पदाधिकारियों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर मामले की निष्पक्ष जांच किए जाने की मांग की। इसके बाद मंगलवार को शिक्षक संघ सियाराम के पदाधिकारियों ने एसडीएम कार्यालय पहुंचकर सहायक प्रशासनिक अधिकारी देवेन्द्र शर्मा को ज्ञापन सौंपकर विरोध प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी कर मामले की निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई किए जाने की मांग की है। शिक्षकों को आरोप है कि गंगाराम गुर्जर शिक्षक को स्कूल में घुसकर सैकड़ों लोगों ने मारपीट की थी। शिक्षक को पुलिस के पहुंचने के बाद भी लोग मारपीट कर रहे थे। बड़ी मुश्किल से पुलिस ने शिक्षक की जान बचाई और उसे थाने लाए। शिक्षकों का आरोप है कि मामले में राजनितिक दवाब के चलते शिक्षकों को गलत रूप से फंसाया है। बिना जांच किए ही पुलिस ने शिक्षक गंगाराम को गिरफ्तार किया है। इस मौके पर बदन सिंह मीणा, त्रिलोक चंद, विशम्भर मीणा, बृज किशोर शर्मा, मुकेश बमनावत, मुकेश मीना, बहादुर सिंह, ज्वान सिंह, नवल सिंह, हरीराम गुर्जर, रामकुमार शर्मा, छैलबिहारी आदि मौजूद रहे।
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