विद्यालय क्रमोन्नत नहीं, बालिकाएं पढ़ाई छोड़ने को मजबूर
कालोता कुण्डल एक तरफ तो सरकार जहां बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए अलग अलग योजनाएं चलाकर प्रोत्साहित कर रही है, वहीं दूसरी तरफ कई जगह पर सीनियर माध्यमिक विद्यालय नहीं होने के चलते बालिकाएं पढ़ाई छोड़ने को मजबूर हैं।
यह मामला बांदीकुई उपखंड मुख्यालय ग्राम पंचायत चौबडीवाला गांव का मामला है। जहां मन्त्री से लेकर अधिकारियों से मांग करने पर भी विद्यालय क्रमोन्नत नहीं किया जा रहा है। चौबडीवाला में राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय ही संचालित है। यह ग्राम पंचायत मुख्यालय पहाड़ी सरिस्का वन क्षेत्र से घिरा हुआ है जिसके कारण आवागमन के साधन भी उपलब्ध नहीं है। ग्राम पंचायत चौबडीवाला में दुडकी, चौबडीवाला व कोलेश्वर खुर्द तीन गांव शामिल होने के बावजूद भी इस ग्राम पंचायत में सीनियर स्कूल नहीं है।
इस ग्राम पंचायत के तीनों गांव के बालक-बालिकाओं के उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए सात से आठ किलोमीटर दूर पैदल अन्यत्र विद्यालय में पढ़ने जाना पड़ता है। जहाँ अभिभावक बालिकाओं को अकेले पढ़ने नहीं भेजना चाहते हैं। ऐसे में बालिकाएं मजबूरन पढ़ाई छोड़ने को विवश हैं। कई बार विभागीय अधिकारियों व विधायक व जनप्रतिनिधियों से विद्यालय क्रमोन्नत कराने की मांग करने के बाद आज तक क्रमोन्नत नहीं किया गया है।
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