बीएलओ संघर्ष समिति व शिक्षक संगठनों ने मांगों को लेकर सद्बुद्धि यज्ञ में दी आहुतियां
जालोर । बीएलओ संघर्ष समिति जालोर एवं शिक्षक संगठनों की ओर से कलेक्ट्रेट परिसर के बाहर सुबह 11 बजे प्रशासन की नीतियों के विरोध में प्रशासन में सद्बुद्धि की कामना को लेकर यज्ञ किया गया। यज्ञ में मुख्य यजमान कपिल मुदगल, यजमान रमेश दान राव, जसपाल सिंह, बरकत खां, कन्हैयालाल रहे। शिक्षकों को बीएलओ सहित अनेक प्रकार के गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्ति की मुख्य मांग को लेकर पिछले एक माह से शिक्षक संघर्ष कर रहे है। बीएलओ संघर्ष समिति, कोर कमेटी के सदस्य खुशवंत नाग ने बताया की प्रदेश में बीएलओ सहित गैर शैक्षणिक कार्यों में शिक्षकों को लगाने के विरोध में हजारों शिक्षक संघर्षरत हैं।
जिसमें जालोर जिले के शिक्षक भी लामबद्ध है। शिक्षकों को बीएलओ सहित अनेक प्रकार के गैर शैक्षणिक कार्यों में झोंका जा रहा है जो अनिवार्य व निशुल्क बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 की धारा 27 के अन्तर्गत असंवैधानिक है। मामले में प्रशासन की ओर से कई बार संघर्षरत साथियों से वादा खिलाफी करने के कारण शिक्षकों में आक्रोश हैं। जिला अध्यक्ष भानाराम पालीवाल ने बताया की प्रशासन ने अनेक बार शिक्षकों को अंधेरे में रख कर बेगारी करवाते रहे है आज का शिक्षक जाग उठा है, शिक्षकों का यह संघर्ष वर्तमान की मांग है शिक्षकों का यह संघर्ष बालकों के भविष्य के लिए कियाकिया जा रहा है।
शिक्षक जब तक बीएलओ सहित समस्त प्रकार के गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त नहीं हो जाता तब तक संघर्ष जारी रहेगा। जिला अध्यक्ष हीरालाल रेड्डी ने कहा शिक्षक ने सदैव समाज को नई दिशा दिखाने का कार्य किया है, शिक्षकों को बीएलओ लगाए जाने से शिक्षकों का मूल कार्य प्रभावित हो रहा है। जिला अध्यक्ष शैतान सिंह राजपुरोहित ने कहा की शिक्षा का अधिकार अधिनियम की पालना का उत्तरदायित्व देश के सभी नागरिकों का है। इस मौके पर शिक्षक संघ (शेखावत) प्रदेश उपाध्यक्ष शिवदत्त आर्य, संरक्षक दलपत सिंह आर्य, सुशील पाल सिंह, कृष्ण तिवारी, खुशाल परिहार, सुरेन्द्र गर्ग, फिरोज अली, अजीत सिंह सहित मौजूद रहे।
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