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बुधवार, 27 सितंबर 2023

स्कूल आफ्टर स्कूल कार्यक्रम: बोर्ड परीक्षार्थियों के लिए लाइव कक्षाएं शुरू



स्कूल आफ्टर स्कूल कार्यक्रम:  बोर्ड परीक्षार्थियों के लिए लाइव कक्षाएं शुरू

स्कूल आफ्टर स्कूल कार्यक्रम के तहत शिक्षा विभाग की ओर से बोर्ड परीक्षार्थियों के लिए लाइव कक्षाएं शुरू हो गई हैं। वर्तमान में स्कूलों का समय सुबह 7.30 से 1 बजे तक होने से ये लाइव कक्षाएं शाम 4 बजे से शुरू हो रही हैं। माध्यमिक तथा उमा के विद्यार्थियों के हर विषय की एक घंटे की कक्षा होगी, जिसमें 4 विषय तक लाइव क्लास चलेगी। मंगलवार को दसवीं के विद्यार्थियों के लिए अंग्रेजी, सामाजिक विज्ञान, गणित तथा विज्ञान की तथा उमा के लिए अंग्रेजी, इतिहास, राजनीति विज्ञान तथा मानव भूगोल की लाइव कक्षाएं संचालित हुई। संस्था प्रधानों को इन लाइव कक्षाओं का लिंक भेजकर संबंधित बोर्ड परीक्षार्थियों को लिंक देने व निर्धारित समय पर जुड़ने के निर्देश देने को कहा गया है। विद्यार्थी अपने मोबाइल या कंप्यूटर से इन लाइव कक्षाओं से जुड़कर बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी कर सकते हैं।


सुधरेंगे बोर्ड परीक्षा परिणाम

विभाग का मानना है कि स्कूल आफ्टर स्कूल कार्यक्रम से बोर्ड के परीक्षा परिणामों में सुधार होगा तथा विद्यार्थियों को कठिन विषयों में अतिरिक्त कक्षाएं मिलने से अपनी शंकाएं दूर करने का अवसर मिलेगा। इसके अलावा बोर्ड परीक्षार्थियों को अपना व्यक्तिगत परीक्षा परिणाम भी अच्छा मिल सकेगा। अब देखने वाली स्थिति यह है कि इन लाइव कक्षाओं से पूरे राज्य भर से कितने बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी कर रहे विद्यार्थी जुड़ते हैं। राज्य भर में माध्यमिक तथा उच्च माध्यमिक कक्षाओं के करीब 14 लाख विद्यार्थी हैं। यदि इन लाइव कक्षाओं से अधिकांश विद्यार्थी जुड़ते हैं, तो निश्चित रूप से शिक्षण सत्र 23-24 के बोर्ड परीक्षा परिणामों में काफी सुधार होने की संभावनाएं व्यक्त की जा रही हैं।


लालचंद पंवार : नत्थूसर बास

अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों को बढ़ावा देना सरासर अनुचित है। दुनिया में ऐसे बहुत सारे देश हैं, जहां पर अंग्रेजी नहीं पढ़ाई जाती है। हम हमारी प्राचीन गौरवशाली भाषा संस्कृत और हिंदी को छोड़कर अंग्रेजों की भाषा को बढ़ावा दे रहे हैं। बाकी हिंदी माध्यम पहले जरूरी है।


सवाल: पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विभाग को क्या कदम उठाने चाहिए।


गौरव : कारणीनगर सभी प्रकार की तकनीकी जानकारी के लिए बच्चों को अंग्रेजी का ज्ञान होना आवश्यक है। इसलिए अंग्रेजी की पढ़ाई भी जरूरी है।

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