सरकारी स्कूलों में नहीं चलेगा लेट आने का बहाना, मोबाइल से होगी हाजिरी
झुंझुनूं. जिले सहित पूरे राज्य के सरकारी स्कूलों में अब शिक्षकों व छात्र-छात्राओं को समय पर आना ही होगा। उनकी हाजिरी अब मोबाइल ऐप से दर्ज करनी होगी। इसमें समय और लोकेशन अपने आप आ जाएंगे। इसकी शुरुआत गांधी जयंती पर दो अक्टूबर से होगी। इसके लिए संबंधित शिक्षकों को प्रशिक्षण दे दिया गया है। मोबाइल पर अलग से एप बनाया गया है। ऐप के माध्यम से शिक्षकों को स्टाफ लॉगिन से इस मोबाइल ऐप पर पहले खुद की हाजिरी दर्ज करानी होगी। उसके बाद अपनी कक्षा के सभी विद्यार्थियों की उपस्थिति दर्ज करनी होगी। इससे विद्यार्थियों का रियल टाइम डाटा शाला दर्पण पोर्टल पर आ जाएगा। सभी शिक्षकों व संस्था प्रधानों के मोबाइल में एप इंस्टाल करवा दिया गया है।
शुरुआत झुंझुनूं के 606 स्कूलों से
पहले चरण में यह व्यवस्था पहली से बारहवीं तक के स्कूलों में लागू होगी। झुंझुनूं जिले में ऐसे 606 स्कूलों में यह व्यवस्था लागू की जाएगी। इसके बाद इसमें विस्तार किया जाएगा। संस्था प्रधानों को कक्षाध्यापक के अनुपस्थित रहने पर शाला दर्पण पोर्टल प्रभारी के माध्यम से विद्यार्थियों की उपस्थिति मॉड्यूल में दर्ज कराने तथा स्टाफ तथा विद्यार्थियों की उपस्थिति को ऐप तथा मॉड्यूल दोनों पर प्रमाणित करना होगा। माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने सभी संस्था प्रधानों को तथा अपने अधीनस्थ सभी शिक्षकों को उनके मोबाइल में इस ऐप को डाउनलोड तथा इंस्टॉल कराने की निर्देश दिए हैं। उन्हें यह भी देखना होगा कि रोजाना हर विद्यार्थी की उपस्थिति ऐप पर दर्ज हो और कक्षाध्यापक की मैपिंग पोर्टलपर हो।
निदेशक ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सभी उच्च माध्यमिक स्कू लों में आवश्यक रूप से एप डाउनलोड क रवा दें, जिससे दो अक्टूबर से उनकी उपस्थिति इसी माध्यम से दर्ज हो। ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज नहीं क राने वाले शिक्षक ों के खिलाफ विभाग अनुशासनात्मक क ार्रवाई भी क रेगा।
अगले चरण में कर्मचारी भी दायरे में आएंगे
प्रथम चरण में कक्षाध्यापक को मोबाइल ऐप पर लॉगिन की सुविधा होगी तथा उन्हें प्रथम कालांश से पूर्व अपनी उपस्थिति तथा बाद में विद्यार्थियों की उपस्थिति दर्ज करनी होगी। अगले चरण में अन्य स्टाफ को भी अपनी उपस्थिति मोबाइल ऐप पर ही देनी होगी। जब तक स्टॉफ की उपस्थिति मोबाइल एप से शुरू नहीं होगी, तब तक शाला दर्पण प्रभारी अन्य स्टाफ की उपस्थिति पोर्टल पर मौजूद माड्यूल पर दर्ज करेंगे।
जिले के कौन-कौन से स्कूलों में ऐप से हाजिरी होगी?
पहले चरण में पहली से बारहवीं तक के स्कूलों में यह व्यवस्था लागू होगी।
ऐसे स्कूलों की कुल संख्या कितनी है?
छह सौ छह स्कूलों में दो अक्टूबर से हाजिरी होगी।
जहां नेट नहीं है वहां कैसे होगा?
जिले में नेट की समस्या किसी स्कूल में नहीं है।
क्या शिक्षकों की भी हाजिरी ऐप से होगी?
पहले शिक्षक ऐप से खुद की हाजिरी करेंगे फिर बच्चों की दर्ज करेंगे। इसमें जिले के सभी शिक्षकों ट्रेनिंग दे दी गई है।
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