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शनिवार, 21 अक्तूबर 2023

नई शिक्षक भर्ती से 20 हजार टीचर अधिशेष, 6डी नहीं होने से अब ये न प्रारंभिक न ही माध्यमिक में, वेतन के भी लाले



 नई शिक्षक भर्ती से 20 हजार टीचर अधिशेष, 6डी नहीं होने से अब ये न प्रारंभिक न ही माध्यमिक में, वेतन के भी लाले

शिक्षा विभाग द्वारा सीधी भर्ती और महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूलों में लेवल-1 और लेवल-2 के करीब 45 हजार शिक्षकों की नियुक्ति दी गई थी। इन नए शिक्षकों के आने से मिडिल से सैकंडरी में क्रमोन्नत हुई 1650 और हिंदी से अंग्रेजी माध्यम में क्रमोन्नत हुई 3600 स्कूलों के 20 हजार तृतीय श्रेणी के शिक्षक अधिशेष हो गए। गंभीर बात यह है कि शिक्षा विभाग हर बार नई भर्ती से अधिशेष होने वाले शिक्षकों के लिए 16 डी की काउंसलिंग करता है, लेकिन इस बार यह काउंसलिंग नहीं होने से ये शिक्षक ना प्रारंभिक शिक्षा के रहे ना माध्यमिक शिक्षा के । खासबात तो यह है कि इन शिक्षकों के वेतन भी अब नहीं बनेंगे। दूसरी ओर दीवाली का पर्व आ रहा है और बिना पदस्थापन और वेतन के इनके सामने संकट खड़ा हो जाएगा।  


दरअसल, शिक्षा विभाग में सीधी भर्ती व भर्ती परीक्षा से 27 हजार व 19 हजार यानी 45 हजार से अधिक तृतीय श्रेणी शिक्षकों की नियुक्ति हुई। जिनको महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल व प्रारंभिक शिक्षा विभाग में लिया गया। इन 45 हजार तृतीय श्रेणी अध्यापकों के पदस्थापन से दोनों ही हिंदी मीडियम और एमजी अंग्रेजी माध्यम की स्कूल से 20 हजार शिक्षक अधिशेष हो गए, जबकि माध्यमिक शिक्षा विभाग सेटअप में करीब 30 हजार तृतीय श्रेणी शिक्षकों के पद रिक्त है, लेकिन इन शिक्षकों को प्रारंभिक से माध्यमिक शिक्षा में लेने के लिए 6डी की प्रक्रिया अपनाई जाती हैं, जो पिछले एक माह से नहीं अपनाई गई। ऐसे में ये शिक्षक अपनी स्कूल से ना केवल अधिशेष हुए, बल्कि अब इनका वेतन भी रुक गया है। क्योंकि अब तक इनको प्रारंभिक शिक्षा से वेतन मिलता था और प्रारंभिक शिक्षा विभाग में तृतीय श्रेणी शिक्षकों के पूरे पद भर गए।


शिक्षकों को परेशानी होगी

राजस्थान वरिष्ठ शिक्षक संघ रेस्टा के प्रदेश प्रवक्ता बसंत कुमार ज्याणी व राजस्थान शिक्षक एवं पंचायतीराज कर्मचारी संघ की संघर्ष समिति के प्रदेश संयोजक शंभूसिंह मेड़तिया के अनुसार विभाग को अधिशेष शिक्षकों को जल्द नए पदस्थापन पर पदस्थापित करना चाहिए। ताकि इनको पदस्थापन और वेतन दोनों की परेशानी नहीं उठानी पड़े। वरना अभी ना प्रारंभिक के है ना माध्यमिक शिक्षा के।




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