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गुरुवार, 5 अक्तूबर 2023

शिक्षा सत्र 2022-23 तथा 2023-24 की पात्र छात्राओं को मिलेंगी साइकिलें, असेम्बलिंग के बाद नोडल से विद्यालयों में पहुंचेंगी साइकिलें,डेढ़ साल की प्रतीक्षा खत्म, आई साइकिलें, वितरण जल्द

 शिक्षा सत्र 2022-23 तथा 2023-24 की पात्र छात्राओं को मिलेंगी साइकिलें, असेम्बलिंग के बाद नोडल से विद्यालयों में पहुंचेंगी साइकिलें,डेढ़ साल की प्रतीक्षा खत्म, आई साइकिलें, वितरण जल्द


हनुमानगढ़. करीब डेढ़ बरस से प्रतीक्षा कर रही प्रतीक्षा कर रही सरकारी पाठशालाओं की बालिकाओं को इसी महीने साइकिलों का वितरण शुरू हो जाएगा। शिक्षा विभाग की ओर से अनुबंधित फर्म ने सभी जिलों के नोडल स्कूलों पर साइकिलें पहुंचानी प्रारंभ कर दी है। हनुमानगढ़ जंक्शन स्थित नोडल केन्द्र राउमावि संगम में बुधवार को साइकिलें लेकर ट्रक पहुंचा। जिले के अन्य नोडल पर भी साइकिलें पहुंच रही हैं।


अब अनुबंधित फर्म के कार्मिक नोडल केन्द्र पर ही साइकिलों को असेम्बल करेंगे। इसके बाद विद्यालयों में इनकी आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी। शिक्षा अधिकारियों की माने तो इसी माह से ही साइकिलों का वितरण प्रारंभ हो जाएगा। इस संबंध में नोडल केन्द्र प्रभारियों तथा संस्था प्रधानों को दिशा निर्देश जारी किए जा चुके हैं।


नौंवीं व दसवीं कक्षा को होगा वितरण


योजना के तहत राजकीय विद्यालयों में अध्ययनरत (कई अन्य विशेष श्रेणी भी है) कक्षा नौवीं की छात्राओं को नि:शुल्क साइकिलें दी जाती हैं ताकि वे आसानी से स्कूल आवागमन कर सके। मगर इस बार कक्षा नौंवीं के साथ दसवीं की छात्राओं को भी साइकिलें वितरित की जाएंगी। दरअसल, पिछले शिक्षा सत्र में कक्षा नौंवीं की छात्राओं को साइकिलें वितरित नहीं की गई थी। इसलिए इस बार शिक्षा सत्र 2022-23 की छात्राओं जो अब दसवीं कक्षा में अध्ययनरत हैं, उनको साइकिलें दी जाएंगी। साथ ही मौजूदा शिक्षा सत्र 2023-24 में कक्षा नौंवीं में अध्ययनरत बालिकाओं को भी साइकिलों का वितरण किया जाएगा।


कितनी छात्राएं वितरण की प्रतीक्षा में


पिछले शिक्षा सत्र में कक्षा नौवीं की प्रदेश भर में करीब साढ़े तीन लाख छात्राएं थी, जो अब दसवीं में आ चुकी हैं। नौवीं में भी छात्राओं का नामांकन साढ़े तीन लाख से अधिक हुआ है। इस तरह प्रदेश भर में तकरीबन सात लाख बालिकाओं को साइकिलें वितरित की जानी हैं। जिले की बात करें तो बारह हजार से अधिक छात्राओं को साइकिलें वितरित की जाएंगी।


छात्राओं को साइकिल वितरण में हो रही देरी के मुद्दे को लेकर राजस्थान पत्रिका ने निरंतर समाचार प्रकाशित किए। समाचारों के जरिए बताया कि योजना का उद्देश्य यह है कि छात्राएं साइकिल के जरिए आसानी से स्कूल आवागमन कर सके। मगर जब पूरे सत्र में ही वितरण नहीं किया गया तो योजना का उद्देश्य ही धूमिल हो गया। साथ ही यह भी बताया कि साइकिलों का वितरण नहीं होने से छात्राएं ट्रांसपोर्ट वाउचर स्कीम से भी वंचित रह गई। क्योंकि दोनों में से एक योजना का ही लाभ वे उठा सकती हैं। साइकिल के फेर में बालिकाएं वंचित रह गई।


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