आरएएस प्री परीक्षा से साढ़े छह हजार से ज्यादा अभ्यर्थी गैर हाजिर, 64.62 फीसदी रहे उपस्थित
हनुमानगढ़. जिले में आरपीएससी की आरएएस प्री परीक्षा रविवार को 58 केन्द्रों पर शांतिपूर्ण ढंग से हुई। जिला मुख्यालय के अलावा पीलीबंगा व संगरिया में परीक्षा केन्द्र बनाए गए थे। कहीं से भी नकल आदि का कोई मामला सामने नहीं आया। हालांकि जिला मुख्यालय स्थित एक परीक्षा केन्द्र में अभ्यर्थियों को प्रवेश नहीं देने को लेकर थोड़ा हंगामा हुआ।
परीक्षा देने से वंचित रहे कई अभ्यर्थियों ने सांकेतिक विरोध प्रदर्शन कर परीक्षा केन्द्र के भीतर प्रवेश देने में मनमानी करने के आरोप लगाए। आरपीएससी ने परीक्षा के लिए जिले से कुल 19246 परीक्षार्थियों को प्रवेश पत्र जारी किए थे। इसमें से 12437 अभ्यर्थी ही परीक्षा में शामिल हुए। जबकि 6809 अभ्यर्थी गैर हाजिर रहे। इस तरह परीक्षा में 64.62 प्रतिशत अभ्यर्थी उपस्थित रहे।
उत्साह से दी परीक्षा
संगरिया. स्थानीय केंद्रों पर आयोजित आरएएस प्री परीक्षा के लिए बड़ी संख्या में परीक्षार्थी उत्साह से शामिल हुए। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय स्टेट स्कूल के प्रधानाचार्य जयपाल सिंह ने बताया कि परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों की उपस्थिति साठ प्रतिशत रही। विद्यालय में निर्धारित 480 सीट में 296 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए। इस अवसर पर सुबह से ही शहर में बाहर से आने वाले परीक्षार्थियों को आवागमन शुरू हो गया है। इसी प्रकार यहां से जाने वालों की बड़ी संख्या के चलते परीक्षा समाप्त होने के बाद मुख्य मार्गो पर कुछ समय के लिए जाम की स्थिति रही। बसों में भी भारी भीड़ देखने को मिली।(नसं.)
जंक्शन में नवां बाइपास स्थित करूणा कॉलेज में बनाए गए परीक्षा केन्द्र में प्रवेश नहीं देने पर अभ्यर्थियों ने रोष जताया। दरअसल, कुछ अभ्यर्थी निर्धारित समय से दस मिनट विलम्ब से केन्द्र पर पहुंचे। पुलिसकर्मियों एवं अन्य कर्मचारियों ने उनको प्रवेश नहीं दिया। वंचित रहे अभ्यर्थियों का आरोप था कि वे दस मिनट देरी से आए तो प्रवेश नहीं दिया। जबकि एक अभ्यर्थी तकरीबन आधा घंटा देरी से आया। इसके बावजूद उसको परीक्षा केन्द्र में प्रवेश दे दिया गया। जब विरोध किया तो बताया गया कि वह अभ्यर्थी नहीं बल्कि वीक्षक है। अभ्यर्थियों का कहना था कि विक्षक परीक्षा शुरू होने से पहले ही आ जाता है। अत: मामले की निष्पक्ष जांच कर संबंधित के खिलाफ कार्यवाही की जाए
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