Breaking

Primary Ka Master Latest Updates | Education News | Employment News latter 👇

गुरुवार, 12 अक्तूबर 2023

विधानसभा चुनाव की भेंट चढ़ी उच्च शिक्षा, कोर्स पूरा करवाना बना चुनौती,पुरुष शिक्षकों की चुनाव में ड्यूटी, महिला शिक्षकों ने संभाली कमान

 

विधानसभा चुनाव की भेंट चढ़ी उच्च शिक्षा, कोर्स पूरा करवाना बना चुनौती,पुरुष शिक्षकों की चुनाव में ड्यूटी, महिला शिक्षकों ने संभाली कमान

कोटा । राजस्थान विधानसभा चुनाव 25 नवम्बर को मैं लेकिन चुनाव से पहले ही उच्च शिक्षा का समीकरण गड़बड़ा गया। कोटा जिले के 11 राजकीय महाविद्यालयों में करीब आधे से ज्यादा पुरुष शिक्षकों की चुनाव में ड्यूटी लगा दी गई है। जिससे कॉलेज का शैक्षणिक गणित डगमगा गया। इन दिनों सभी शिक्षक चुनाव अधिकारी द्वारा दिए गए कार्य को अंजाम देने में जुटे हैं। सुबह कॉलेज आने के बाद संबंधित बूथ पर दौड़ लगा रहे हैं। इससे उनके मूल कार्य सहित विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित हो गई। हालांकि शिक्षा की कमान महिला शिक्षकों ने संभाली है। दो सेशन के स्टूडेंट्स को एक साथ बिठाकर पढ़ाया जा रहा है। लेकिन एक सेशन में ही 150 से ज्याद स्टूडेंट्स हैं, ऐसे में दो सेशन को मिलाकर 300 से अधिक स्टूडेंट्स होते हैं। जिन्हें एक ही शिक्षक को पढ़ाना पड़ रहा है। इस तरह न तो शिक्षक अपनी बात समझा पाता है और नही स्टूडेंट्स अपने डाउट क्लिीयर कर पाते हैं।


दो माह चुनाव ड्यूटी और तीसरे माह परीक्षा

विधानसभा चुनाव आगामी 25 नवम्बर की सम्पन्न होंगे। ऐसे में राजकीय महाविद्यालयों के शिक्षक करीब दो माह तक चुनावी कार्यों में व्यस्त रहेंगे। वहीं, तीसरे महीने यानी दिसम्बर में यूजी प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा प्रस्तावित है, ऐसे में विद्यार्थियों का कोर्स पूरा करवाना महाविद्यालय प्रशासन के लिए चुनौति बना हुआ है। जबकि, अभी तक सिलेबस भी पूरा बनकर तैयार नहीं किया गया। शहर के कुछ कॉलेजों में तो फैकल्टी पर्याप्त होने से महिला शिक्षक उनकी अनुपस्थिति में क्लास ले लेती है लेकिन शहर व ग्रामीण इलाकों में आये से ज्यादा पद ही खाली चल रहे हैं। ऐसे मेडक्की-दुक्की फैकल्टी जैसे-तैसे कॉलेज चला रही हैं, जिनमें से भी कुछेक की इयूटी चुनाव में लगा दी गई। ऐसे में वहां पढ़ाने वाला ही नहीं बचा।


300 विद्यार्थियों को पढ़ा रहा एक शिक्षक

शहर के बड़े राजकीय महाविद्यालयों में पुरुष शिक्षकों की चुनाव में ड्यूटी लगने से उनकेट की सभी महिला शिक्षक रहनमेंट साइंस, डीबी साइंस, जेडीबी कॉमर्स, भवनमेंट कॉमर्स कॉलेजों में एक कथा में दो सेक्शन को एकमा किरण जा रहा है। एक सेशन में ही 150 से अधिक विद्यार्थी है, ऐसे में दोनों मैन को मिलकर 300 से ज्यादा विद्यार्थी होते हैं। जिन्हें एक ही शिक्षक पड़ा रहा है। ऐसे में विद्यार्थियों शिक्षकका अनुपात बिगड़ जात है। इस स्थिति मीशक्षकको को ठीक से अपनी बात समझाने में काफी परेशानी होती है। हालांकि, प्रशासन द्वारा कभी पढ़ाई बाधित न हो लिए व्यवस्था बनाए दिनभर रखने के प्रयास किए जा रहे हैं।


रामगंजमंडी में 5 विषयों की नहीं लगती कक्षा

राजकीय महाविद्यालय राज गुर्जर जताते हैं, में जिनमें केके के । जिसकी वजह से आसमें और कॉमय में विजनेस एडोनिस्ट्रेशन बचाएं नहीं लगी को बनास समते लेकिन स्वीकृत है पद समय में अज्ञान की संस्कृत में बच्चे कम ऐसे भीग्राफी की ही संचालि महाविद्यालय किसी भी चुनाव में लगी है।


सबसे ज्यादा चुनाव ड्यूटी में गवर्नमेंट साइंस के शिक्षक

जिले में सबसे ज्यादा शिक्षक साईस कॉलेज के लगाए गए है। यहां कुल पुरुष शिक्षकों की संख्या 23 है। जिसमें से 19 की ड्यूटी लगी है। ऐसे मैं उनके लिए चुन संबंधित कार्य प्राथमिक हो गए। इन शिक्षकों को सेक्टर मजिस्ट्रेट और नियुक्त किए गए हैं, जो अपने अपने बूथों इलाकों में में से अभी घूमकर संवेदनशील इलाके को मतदाता भगव है या नहीं, शांतिपूर्ण मतदान की व्यवस्थासहित अन्य कार्य करने होते हैं। इसके अलावा ट्रेनिंग प्रोग्राम में शामिल होना पड़ता है। की भागदौड़ के बाद उनके लिए वापस कॉलेज जाकर क्लास लेना संभव नहीं हो पाता।


क्या कहते हैं प्राचार्य

भी जरूरी है। यूटी से शैक्षणिक व्यवस्थ खास प्रभावित नहीं होती। दो सेशन को एक साथ बिठाकर बच्चों की क लगवाते हैं। प्राचार्य होने के नाते में खुद कसी की कक्षाएं ले रही हूँ। सिलेबस पूरा करवाया जा रहा है। डॉ. वंदना आहूजा, प्राचर्य


कॉमर्स कॉलेज जुलजी, हिन्दी व केमेस्ट्री के तीन शिक्षकों की चुना यूटी लगी है। उनके सब्जेक्ट के अन्य शिक्षक भी कॉलेज में कार्यरत हैं। जिस दिन वे कार्य या ट्रैविंग प्रोग्राम में होते हैं तो एक दो सेशन को एक साथ कर पढ़ा रहे हैं। शैक्षणिक कार्य व्यवस्थित तरीके से किए जा रहे है। छात्राओं की पढ़ाई बाधित होने नही देंगे। -डॉ. फातिमा सुल्ताना, प्राचार्य,


जेडी सइस कॉले विद्यालय में शैक्षणिक कार्य म व्यवस्थित तरीके से ही जारी है। यहां प्यप्त शिक्षक हैं। कॉलेज आने वाले सभी संकाय के विद्यार्थियों की कक्षाएं लगाई जा रही है। पढ़ाई बाधित होने जैसी कोई बात नहीं है। सेमेस्टर एग्जाम का पैटर्न समझाने से लेकर सिलेबस करवाने तक के सभी कार्य व्यवस्थापूर्ण पूरे करवाए जा रहे है-प्रो रोशन भारती, प्राचार्य गवर्नमेंट आर्ट्स कॉलेज


क्या कहते हैं विद्यार्थी 

शिक्षकों की चुनाव में यू लगने से कराएं तो प्रभावित हो रही है। कैमेस्ट्री व गणित के शिक्षक को अनुपस्थिति में दो मेशन को एक साथ कर पढ़ा जा रहा है। इससे शिवाकों की बात अधिकतर विद्यार्थियों तक नहीं पहुंच पाती। जिससे पाया गया टॉपिक राजा में नहीं गा पाता।-राजेंद्र नागर, छात्र, प्रथम वर्ष 


कॉलेज में 4 में से 3 शिक्षकों की इलेक्शन में ड्यूटी लगा दी जब वह पहले से ही शिक्षकों की करी है जिसकी वजह से ज्योग्राफी राजनैतिक विज्ञान की कक्षाएं नहीं लगती। अब संस्कृत सहित तीन विषयों की कक्षा भी समय पर नहीं लग पाती पढ़ाई का नुकसान हो रहा।-गौरव कुमार, छात्र, कनवास कॉलेज


राजस्थान विधानसभा चुनाव अत्यंत आवश्यक कार्य है जिसमें शिक्षक ही नहीं बल्कि सभी सरकारी विभागों के अधिकारी-कर्मचारियों की पदअनुरूप यूटी लगी है। ऐसे विभागों के मूल कार्य प्रभावित होना स्वाभाविक है। शिक्षण संस्थाओं में स्थाएं बनाए रखने के लिए उच्चाधिकारियों द्वारा संबंधित कॉलेजों के प्राचार्थी को दिशा-निर्देश दिए गए है।-डॉ. रघुराज सिंह परिहार, सहाना निदेशक आयुक्तालय


किस कॉलेज में कितने शिक्षको की लगी चुनाव ड्यूटी

महाविद्यालय---------------पुरुष शिक्षक------------चुनाव ड्यूटी


गवर्नमेंट साइंस कॉलेज-----------23----------------------19

राजकीय कला महाविद्यालय-----25----------------------05

जेडीची खाइस कॉलेज------------04---------------------03

जेडीबी आर्ट्स कॉलेज-------------10--------------------04

जेडीबी कॉमर्स कॉलेज------------04--------------------03

राजकीय वाणिज्य महाविद्यालय----08-------------------06

गवर्नमेंट लॉ कॉलेज-----------------02------------------02

राजीव कनवास कॉलेज-------------04----------------03

गवर्नमेंट सांगोद कॉलेज-----------02----------------02

राजकीय इटावा कॉलेज-----------01----------------00

राजीव राजमंडी------------------02----------------00



कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें