शिक्षक व पीटीआई भर्ती में चयनित सैकड़ों अभ्यर्थियों का नहीं हो पा रहा पदस्थापन से पहले लगा आचार संहिता का ब्रेक
नव चयनितों ने निर्वाचन आयोग से की छूट की मांग
सीकर. विधानसभा चुनाव की आचार संहिता ने शिक्षक व पीटीआई भर्ती 2022 में चयनित सैकड़ों अभ्यर्थियों की परेशानी बढ़ा दी है। ये वे अभ्यर्थी हैं जिनकी डिग्री दूसरे राज्यों की होने की वजह से शिक्षा विभाग ने उनकी नियुक्ति दस्तावेज सत्यापन तक रोक ली थी। पर अब जब सत्यापन के बाद कई शिक्षकों के पदस्थापन के आदेश भी शिक्षा निदेशालय ने कर दिए हैं तो भी अब आचार संहिता की वजह से उनका पद स्थापन नहीं हो पा रहा है। लिहाजा पदस्थापन का आदेश लिए अब वे शिक्षा विभाग के चक्कर काटते फिर रहे हैं।
जिले में 140 शिक्षक
दोनों भर्ती में जिले में चयनित करीब 140 अभ्यर्थी दूसरे राज्यों से डिग्री प्राप्त हैं। जिनमें लेवल-1 व लेवल-2 के करीब 108 व पीटीआई भर्ती के 32 अभ्यर्थी शामिल है। इनमें से कई शिक्षकों के दस्तावेज सत्यापन के बाद शिक्षा निदेशालय ने पदस्थापन आदेश जारी कर दिए। पर शिक्षा विभाग आचार संहिता का हवाला देकर उन्हें वापस लौटा रहा है। शिक्षा निदेशालय ने कई शिक्षकों के पदस्थापन के आदेश तो आचार संहिता के दिन 9 अक्टूबर को ही जारी किए थे। पर इस दिन 12 बजे ही आचार संहिता लगने की वजह से इन शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हो पाई। दूसरे जिलों के भी अभ्यर्थी होने की वजह से आचार संहिता लागू होने वाले एक ही दिन में यह संभव भी नहीं था। ऐसे में ये शिक्षक अब शिक्षा विभाग के चक्कर काट रहे हैं।
नियुक्ति में छूट की मांग
भर्ती परीक्षाओं में चयनित अभ्यर्थियों ने निर्वाचन आयोग से आचार संहिता काल में पदस्थापन में छूट की मांग की है। उनका कहना है कि भर्ती की पूरी प्रक्रिया आचार संहिता से पहले पूर्ण हो चुकी है। ऐसे में उन्हें नियुक्ति से नहीं रोका जाना चाहिए।
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