विधानसभा चुनाव विद्यार्थियों के लिए दोहरी परीक्षा से कम नहीं,स्कूलों में रिक्त पद बढ़ा रहे परेशानी
सरकारी विद्यालयों में व्याख्याताओं एवं शिक्षकों के पद हैं रिक्त
निमाज. विद्यार्थियों के लिए परीक्षाओं के दिनों में चुनाव भारी पड़ते नजर आ रहे है। सेशन शुरू होने के साथ विद्यालयों में अध्यापकों व व्याख्याताओं के रिक्त पदों का दंश भोग रहे है। विद्यार्थियों के लिए परीक्षाओं के दिनों में विधानसभा चुनाव दोहरी परीक्षा ले रहे है। जहां विद्यालयों में दूसरे परख की परीक्षाएं चल रही है। स्कूल में बच्चों की अद्ववार्षिक परीक्षाएं दिसंबर के दूसरे सप्ताह में होनी है। कई शिक्षकों की चुनाव में ड्यूटी लग गई है।
पढ़ाई चौपट हो गई है। लेकिन, उनका तीस-चालीस फीसदी कोर्स अधूरा है। चुनाव के बाद मतगणना में भी शिक्षकों की ड्यूटी लगाई जानी है। ऐसे में नहीं लगता कि इस बार अद्वार्षिक परीक्षा तक स्कूलों में कोर्स पूरा हो। इसका असर वार्षिक परीक्षा तक पड़ने की आशंका है। व्याख्याताओं व शिक्षकों के रिक्त पदों के कारण खासकर गांवों के स्कूल में पढऩे वाले विद्यार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे ही कुछ हालात ग्राम पंचायत मुख्यालय स्थित राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय समेत चार राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालयों के है।इन विद्यालयों में व्याख्याताओं एवं शिक्षकों के रिक्त पदों के कारण विद्यार्थियों को अध्ययन में परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
लंबे समय से रिक्त पद
राउमावि में कई पद रिक्त है। विद्यालय में विशेष शिक्षा एवं पुस्तकालयाध्यक्ष के पद तो स्वीकृति के बाद आज तक नहीं भरे है। विद्यालय में शारीरिक शिक्षक व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी व प्रयोगशाला सेवकों के पद भी रिक्त है।
नहीं है भूगोल व्याख्याता
विद्यालय में भूगोल विषय के पद पर कार्यरत व्याख्याता नही हैं। प्रैक्टिकल को लेकर विद्यार्थी परेशान रहते है। व्याख्याता की कमी का खामियाजा क्षेत्र के विद्यार्थियों एवं विद्यालय को उठाना पड़ रहा है।
बालिका विद्यालय भी नहीं अछूता
कस्बे के बालिका उमावि में भी अंग्रेजी व्याख्याता व अंग्रेजी वरिष्ठ अध्यापक का पद रिक्त पड़ा है। जिसका खामियाजा विद्यालय की बालिकाओं को उठाना पड़ रहा है।
पदों का भी अभी तक इंतजार
निमाज ग्राम पंचायत क्षेत्र में यूं तो वर्तमान में चार उमावि है। जिसमें दो पिछले वर्ष क्रमोन्नत हुए। उनमें से राउमावि खेड़ादेवगढ़ एवं राउमावि कूबाजी ट्रस्ट निमाज में व्याख्याताओं के पद भी स्वीकृत नहीं हुए। इसका असर प्रवेश पर पड़ रहा है। विद्यालय नजदीक होने के बावजूद पढ़ानें वालों के अभाव में अभिभावक प्रवेश को लेकर हिचकिचा रहे है।
रिक्त पदों से पढ़ाई में नुकसान
क्षेत्र के विद्यालयों में रिक्त शिक्षकों व व्याख्याताओं के पदों से बच्चों की पढ़ाई का नुकसान होता है। व्याख्याताओं के पदों के स्वीकृत नहीं होने के कारण भी विद्यार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।-दिव्या कुमारी, सरपंच ग्राम पंचायत निमाज।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें