जिले की 1280 स्कूलों में नहीं है बाथरूम,मतदान दलों को खुले में नहाना पड़ेगा
खेलकूद प्रतियोगिताओं के दौरान खिलाड़ियों हो नहाना पड़ता है खुले में
जोधपुर. सरकार ने स्कूलों में शौचालय तो बनवा दिए, लेकिन स्नानघर (बाथरूम) बनाना भूल गई। इस वजह से विद्यार्थियों, विशेषकर बालिकाओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। वहीं अब प्रदेश में 25 नवंबर को सुबह 7 से शाम 6 तक मतदान है। मतदान दल 24 नवंबर को पहुंचकर विद्यालयों, पंचायत भवन, आंगनबाड़ी केन्द्रों पर मतदान बूथ स्थापित करेंगे और 25 नवंबर को मतदान होगा। इन्हीं विद्यालयों में अधिकांश मतदान केन्द्र बनाए जाएंगे। विद्यालयों में स्नानघर (बाथरूम) नहीं होने से मतदान दल के सदस्यों को मजबूरी में खुले में नहाना पड़ेगा विद्यालय में शौचालय तो बने हुए हैं, लेकिन स्नानागार किसी भी विद्यालय में नहीं होने के कारण समस्या आती है।
जिले में 1280 स्कूल
जोधपुर जिले में 1280 उच्च माध्यमिक विद्यालय हैं, जहां स्नानघर नहीं है। अधिकांश इन्हीं विद्यालयों में मतदान केंद्र बने हुए हैं। केवल मात्र कुछ आवासीय विद्यालयों में स्नानघर बने हुए हैं। अन्य किसी भी विद्यालय में स्नानघर नहीं होने से मतदान दलों को सर्दी में सुबह खुले आसमान के नीचे खुले में नहाना पड़ेगा।
टूर्नामेंट में खिलाड़ी भी खुले में नहाते हैं
खेलकूद प्रतियोगिता के दौरान खिलाड़ियों को सरकारी विद्यालय में आवास व्यवस्था दी जाती है। ब्लॉक, जिला व राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में हजारों की संख्या में खिलाड़ी भाग लेते हैं। प्रतियोगिताओं के दौरान स्नान करके सुविधा नहीं होने के कारण खिलाड़ी या तो खुले में नहाते हैं या दो-तीन दिन तक स्नान ही नहीं कर पाते हैं और टूर्नामेंट खेलते रहते हैं
इन्होंने कहा
विद्यालय भवनों में कम से कम एक स्नानघर की अनिवार्यता का प्रावधान होना चाहिए ताकि चुनाव या खेलकूद प्रतियोगिता जैसे महत्वपूर्ण आयोजनों के दौरान इन समस्याओं से निजात मिल सके। संघ की ओर से सरकार व शिक्षा विभाग से विद्यालयों में आगामी प्रतियोगिताओं से पहले स्कूलों में स्नानघर के निर्माण की मांग की जाएगी।-हापूराम चौधरी, प्रदेशाध्यक्ष, राजस्थान शारीरिक शिक्षक संघ
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