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शुक्रवार, 17 नवंबर 2023

अर्द्धवार्षिक परीक्षा की तैयारी संकट में; शिक्षक चुनावी ड्यूटी में, पढ़ाई के सिर्फ 17 दिन

 

अर्द्धवार्षिक परीक्षा की तैयारी संकट में; शिक्षक चुनावी ड्यूटी में, पढ़ाई के सिर्फ 17 दिन

जयपुर । दिवाली अवकाश समाप्ति के 23 दिन बाद पहली से लेकर 12वीं तक के बच्चों की अर्द्धवार्षिक परीक्षा शुरू होने वाली है। जबकि सरकारी स्कूलों का 60% स्टाफ चुनावी ड्यूटी और 40% स्टाफ के सरकारी योजनाओं को पूरा करने में लगा होने से कोर्स अधूरा रहने की आशंका है। इस कारण आनन-फानन में पढ़ाने की नियत के चलते जोधपुर सहित प्रदेश की सरकारी स्कूलों के 40 लाख बच्चों के रिजल्ट पर असर पड़ेगा।दरअसल, गत 7 नवंबर से सरकारी स्कूलों में मध्यावधि अवकाश शुरू हो गया जो 19 नवंबर तक चलेगा। दूसरी ओर 11 दिसंबर से प्रदेश के सभी 50 जिलों की सरकारी स्कूलों में अर्द्धवार्षिक परीक्षा शुरू होनी है, लेकिन इन विद्यालयों के 50% से अधिक स्टाफ को बीएलओ, चुनावी प्रशिक्षण, चुनाव कार्यों को संपादित करने में लगा दिया गया है। इससे अब बच्चों का भविष्य अधर में लटक गया है।  


जोधपुर की औसतन हर स्कूल का हाल यह है कि वहां का 50% स्टाफ चुनावी ड्यूटी, बीएलओ और प्रशिक्षण व मतदान में लगा हुआ है, जबकि बच्चों के अर्द्धवार्षिक परीक्षा 11 से 22 दिसंबर के मध्य होने है। दूसरी ओर छुटिट्यों के चलते स्कूलों मैं शेष टीचर भी कोर्स पूरा नहीं करवा पाए और अब इनके ऊपर चुनावी ड्यूटी में गए शिक्षकों के पाठ्यक्रम को पूरा करवाने का जिम्मा भी आ गया है। ऐसे में आनन-फानन में कोर्स पूरा करवाने की जिम्मेदारी के चलते ना तो बच्चे ढंग से समझ पाएंगे ना ठीक से परीक्षा दे सकेंगे


मध्यावधि अवकाश के बाद 17 दिन ही वर्किंग के

राजस्थान प्राध्यापक सेवा संघ रेसला के जिलाध्यक्ष नवीन देवड़ा, राजस्थान शिक्षक एवं पंचायतीराज कर्मचारी संघ की संघर्ष समिति के प्रदेश संयोजक शंभूसिंह मेड़तिया व राजस्थान शिक्षक संघ प्रगतिशील के प्रदेश उप सभाध्यक्ष परसराम तिवाड़ी के अनुसार मध्यावधि अवकाश के बाद 20 नवंबर से स्कूलें खुल जाएगी। जिला समान परीक्षा योजना के तहत 11 दिसंबर से अर्द्धवार्षिक परीक्षा शुरू हो जाएगी। इस बीच बच्चों की पढ़ाई के लिए 23 दिन मिलेंगे। इसमें से 6 दिन तो अवकाश में चले जाएंगे। दूसरी ओर शिक्षकों को बीएलओ और चुनावी ड्यूटी में लगाने से स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है, परीक्षा से पूर्व के 17 वर्किंग डे में बच्चों को तय 40 से 50% सिलेबस के अनुसार पढ़ाना शिक्षकों के लिए मुश्किल कार्य होगा।


राजस्व मंडल सदस्य कमला अलारिया ने पदभार संभाला, आरएएस कोटे से हुई थी नियुक्ति

अजमेर | उम्र संबंधी योग्यता पूरी करने के बाद राजस्व मंडल में आरएएस कोटे से सदस्य नियुक्त की गई कमला अलारिया ने पदभार ग्रहण कर लिया। वे फिलहाल अवकाश पर हैं। पिछले माह अलारिया की नियुक्ति का राजस्व वकीलों ने विरोध भी किया था। राजस्व मंडल अध्यक्ष से मुलाकात कर अलारिया की नियुक्ति रद्द करने की मांग की गई थी। अधिवक्ताओं ने कहा कि नियुक्ति के समय जब अलारिया योग्यता ही पूरी नहीं थी तो नियुक्ति क्यों की गई

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