विद्यार्थियों में पुस्तकों के प्रति रूचि बढ़ाने के प्रयास,विद्यालयों में 2 दिसम्बर को मनाया जाएगा लाइब्रेरी दिवस
अजमेर। विद्यार्थियों में किताबों के प्रति रूचि बढ़ाने के लिए 2 दिसम्बर को लाइब्रेरी दिवस मनाया जाएगा। बच्चों को अच्छी पुस्तकें वितरित कर पढ़ने में रूचि जागृत की जाएगी। गत दिनों शिक्षा संकुल में शिक्षा सचिव की अध्यक्षता में हुई संस्थाप्रधानों की आमुखीकरण कार्यशाला में इस संबंध में निर्देश जारी किए गए थे। साथ ही राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद ने सभी मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी व जिला परियोजना समन्वयक (समग्र शिक्षा) को भी 2 दिसम्बर को लाइब्रेरी दिवस मनाने के निर्देश जारी किए हैं।
इससे पूर्व करनी होगी तैयारी
निर्देश के तहत लाइब्रेरी दिवस मनाने से पूर्व स्कूलों में कुछ व्यवस्था करनी होगी। जिसके तहत लाइब्रेरियों में पुस्तकों को श्रेणीवार करना, अलमारी में उपलब्ध पुस्तकों को रेकवार स्पष्ट नाम अंकित करना, इस दिन विद्यार्थियों को पुस्तकों का महत्व बताने के लिए मोटिवेशनल स्पीच का आयोजन किया जाएगा। साथ ही शिक्षा अधिकारियों को अपने जिले में आयोजित कार्यक्रमों में से तीन फोटो अपलोड करने के लिए कहा गया है।
रानी का करना पड़ेगा सामना लाइब्रेरी दिवस मनाया जाना विभाग के लिए आसान नहीं होगा।
स्कूलों असल में जिन स्कूलों में लाइब्रेरियां हैं, उनमें अधिकाश में तो लाइब्रेरियन के पद ही स्वीकृत ही नहीं है। साथ ही जहां लाइब्रेरियन के पद स्वीकृत हैं वहां उनके पद रिक्त पड़े हैं। ऐसे में लाइब्रेरियन का अतिरिक्त चार्ज अन्य शिक्षक को दिया हुआ है। साथ ही जिन शिक्षकों के पास चार्ज है उन्हें पुस्तकों को रखने, उन्हें वितरित करने, उनका रिकार्ड रखने का प्रशिक्षण ही नही मिला है। ऐसे में लाइब्रेरियां धूल फांक रही है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें