आधा शैक्षिक सत्र बीता...2.81 लाख बच्चों को नहीं मिल पाई यूनिफार्म
अलवर . सरकार ने भले ही सरकारी स्कूलों के बच्चों के लिए यूनिफार्म तय कर दी हो लेकिन ये कभी भी बच्चों को समय पर नहीं मिली। अलवर का ही उदाहरण ले लें। यहां आधा शैक्षिक सत्र बीत गया लेकिन बच्चों के बदन पर यूनिफार्म नहीं आई। शिक्षा विभाग तो अभी स्कूलों से बच्चों की संख्या ही जुटा रहा है। विभाग के पास खुद इसका आंकड़ा ही नहीं है। अभिभावक इंतजार कर रहे हैं कि यूनिफार्म कर्ज लेकर खरीदें या फिर इंतजार करें। तमाम बच्चे स्कूलों में बिना ड्रेस के आ रहे हैं। कुछ पुरानी फटी ड्रेस में भी देखे जा रहे हैं। हालांकि विभाग की सफाई ये है कि चुनाव के चलते इसमें देरी हुई है। उम्मीद बरकरार है। ड्रेस बच्चों को मिलेगी। नीमराणा, बानसूर में ड्रेस का कपड़ा जरूर पहुंचने का दावा है।
जिले में कक्षा एक से 8 तक के सरकारी स्कूलों की संख्या 2782 है। इन स्कूलों में 2. 81 लाख बच्चे शिक्षा पा रहे हैं। ड्रेस साल में दो जोड़ी दी जाती है। इसके लिए कपड़ा मिलता है। इसकी सिलाई के लिए दो ड्रेस के 400 रुपए अलग से मिलते हैं। ये बैंक खाते में भेजे जाते हैं। नीमराणा, बानसूर, गोविंदगढ़ में यूनिफार्म के लिए कपड़ा पहुंचने का दावा विभाग कर रहा है लेकिन बच्चों को वितरित नहीं किया गया। अभिभावकों का कहना है कि यदि विभाग यूनिफार्म नहीं देता है तो उसके लिए सूचना दी जानी चाहिए ताकि वह खुद इंतजाम कर लें। भले ही किसी से कर्ज लेना पड़े या फिर कोई और बंदोबस्त करने पड़ें।
बच्चों की कक्षावार संख्या: नर्सरी- 381, एलकेजी -607, यूकेजी -508, कक्षा 1 - 21894, कक्षा 2 - 34474, कक्षा 3-39753, कक्षा 4- 36493, कक्षा 5- 39334, कक्षा 6 - 36450, कक्षा 7 - 36642 व कक्षा 8- 35362 बच्चे हैं।
जिले की सरकारी स्कूलों में अगले सप्ताह तक गणवेश पहुंच जाएगी। उसके बाद पीईओ के माध्यम से बांटी जाएगी।-मनोज शर्मा, एडीपीसी, समसा, अलवर ।
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