शिक्षक चुनाव ड्यूटी में, स्कूलों में कोर्स अधूरा
डूंगरपुर. प्रदेश में विधानसभा चुनाव के शोरगुल में पढ़ाई चौपट हो गई है। सरकारी स्कूलों के अधिकांश स्टाफ की ड्यूटी चुनाव में लगी है। कई शिक्षकों की सेवाएं आचार संहिता लगने के साथ ही विभिन्न प्रकोष्ठों में लग गईं। ऐसे में विद्यार्थियों की पढ़ाई नहीं हो पा रही। अब जल्द ही छमाही परीक्षाएं होने को हैं। अधिकतर स्कूलों में तय पाठ्यक्रम भी पूरा नहीं हो पाया है। ऐसे में विद्यार्थी परीक्षा को लेकर चिंतित हैं।
शिक्षकों से ब्रॉडबैंड कनेक्शन लगवाए
राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय के जिलाध्यक्ष बलवंत बामणिया के अनुसार कोरोना महामारी के चलते बच्चों का शैक्षिक स्तर काफी गिरा। इस वर्ष भी उनका अध्ययन प्रभावित हुआ है। शिक्षकों से हाउस होल्ड सर्वे, महंगाई राहत शिविर, प्रशासन गांवों के संग, युवा महोत्सव, ग्रामीण/शहरी ओलंपिक, प्रतिभागी खिलाड़ी शपथ, टी-शर्ट वितरण, टीम गठन, ओलंपिक ब्लॉक स्तरीय एफएलएन ट्रेनिंग, प्रधानाचार्य ट्रेनिंग, गुड टच-बेड टच ट्रेनिंग, एपीएआर, आईपीआर अचल संपत्ति, टीएएफ, एसीआर वरिष्ठ अध्यापक व व्याख्याता, अध्यापक अस्थाई वरीयता सूची आपत्ति, आईसीटी लेब, ब्रॉडबैंड कनेक्शन आदि कार्य करवाए। ऐसे में शिक्षक स्कूलों में कम और इन अभियानों में अधिक व्यस्त रहे। जबकि शिक्षा का अधिकार कानून के तहत शिक्षकों से शिक्षण कार्य ही करवाने का प्रावधान है।
इस वर्ष अध्यापन में कार्यक्रमों की वजह से दिक्कत आई है। लेकिन चुनाव के बाद अतिरिक्त कक्षाओं का आयोजन कर अध्यापन करवाया जाएगा। हर्षित चौबीसा, एडीईओ, माध्यमिक
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