
एनटीटी भर्ती: फर्जी डिग्री अभ्यर्थियों के कारण अटक रही भर्ती, पांच साल में तीन सूची निकली, पूरी नहीं हुई भर्ती, अब निकलेगी चौथी सूची
जयपुर. राज्य में एक भर्ती ऐसी भी है जो पिछले पांच साल में पूरी नहीं हो पाई है। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने 2018 में नर्सरी टीचर ट्रेनिंग (एनटीटी) भर्ती निकाली थी। इसमें तीन बार चयन सूची जारी की जा चुकी है, लेकिन अभी तक सभी पदों पर योग्य अभ्यर्थी नहीं मिल पाए हैं। अब चौथी सूची निकाली जाएगी। इसके बाद ही भर्ती में शेष पदों को भरने की प्रक्रिया पूरी हो पाएगी। अभी आचार संहिता के कारण भर्ती की प्रक्रिया अटक गई है। आचार संहिता के बाद ही इसे पूरा किया जा सकेगा। इधर, चयन बोर्ड की ओर से तीसरी बार चयन सूची निकाल कर 640 अभ्यर्थियों को दस्तावेज सत्यापन के लिए बुलाया गया है। इनमें से महज 160 अभ्यर्थी ही दस्तावेज सत्यापन कराने पहुंचे हैं। ऐसे में जाहिर है कि बोर्ड को चौथी बार फिर चयन सूची निकाली पड़ेगी। गौरतलब है कि 2018 में 1350 पदों पर भर्ती निकाली गई थी। इनमें से 839 पदों पर नियुक्ति दी जा चुुकी है, शेष पदों पर भर्ती की प्रक्रिया चल रही है।
इसीलिए नहीं आ रहे अभ्यर्थी
राजस्थान में एनटीटी कोर्स 2010 में बंद कर दिया गया था। इसके बाद 2018 में सरकार ने एनटीटी भर्ती निकाली। लेकिन भर्ती में 24 हजार आवेदन आ गए, जबकि इतने तो एनटीटी अभ्यर्थी ही नहीं थे। भर्ती में फर्जी डिग्री लेकर अभ्यर्थियों ने आवेदन कर दिए। बोर्ड की सख्ती के बाद कई फर्जी अभ्यर्थियों को बाहर कर दिया गया और डिबार करने के आदेश जारी कर दिए गए। 839 पदों पर नियुक्ति देने के बाद बोर्ड ने शेष 511 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया शुरू की है। बोर्ड ने 640 अभ्यर्थियों को दस्तावेज सत्यापन के लिए बुलाया लेकिन फर्जी डिग्री होने के कारण अभ्यर्थी दस्तावेज जांच कराने नहीं आ रहे हैं, इन्हें डिबार होने का डर सता रहा है।
पांच साल से बेरोजगार इस भर्ती का इंतजार कर रहे हैं। एनटीटी भर्ती में फर्जी डिग्रीधारी अभ्यर्थी सत्यापन कराने नहीं आ रहे हैं। जो 140 अभ्यर्थी सत्यापन कराने आए हैं, इनमें से कई पास डिग्री नहीं है। सरकार को अन्य भर्तियों में भी ऐसी सख्ती करनी चाहिए।-दीपेन्द्र शर्मा, प्रदेश संयोजक, शैक्षणिक प्रकोष्ठ, विप्र फाउंडेशन
चयन बोर्ड की ओर से बार-बार सूची निकाली जा रही है लेकिन योग्य अभ्यर्थी नहीं मिल रहे हैं। ऐसे में बोर्ड को एक बार में ही सभी अभ्यर्थियों को सत्यापन के लिए बुलाना चाहिए। ताकि भर्ती पूरी की जा सके।-विष्णु शर्मा, प्रदेश महासचिव, एनटीटी संघर्ष समिति
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