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शुक्रवार, 10 नवंबर 2023

रोबोटिक कल्चर से रूबरू होंगे महात्मा गांधी स्कूल के विद्यार्थी,इन स्कूलों में खुलेंगी रोबोटिक्स लैब

डीग

  रोबोटिक कल्चर से रूबरू होंगे महात्मा गांधी स्कूल के विद्यार्थी,इन स्कूलों में खुलेंगी रोबोटिक्स लैब

डीग. बच्चों की सृजनात्मक क्षमता को विकसित करने के लिए महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय (अंग्रेजी) माध्यम में रोबोटिक्स लैब की शुरुआत की जाएगी। इससे विद्यार्थी रोबोटिक कल्चर से रूबरू होंगे। राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद की ओर से यह लैब डीग- भरतपुर जिले के 9 राजकीय महात्मा गांधी स्कूलों में खोली जाएगी। सूत्रों के अनुसार इसके लिए स्कूल में तैनात विज्ञान-गणित और कम्प्यूटर के शिक्षक को ट्रेनिंग दी जा चुकी है। लैब में विद्यार्थियों को आधुनिक उपकरण से रोबोट के साथ अन्य आधुनिक उपकरण बनाना सिखाए जाएंगे। मोबाइल से कनेक्ट करके उपकरण का संचालन और पार्ट्स जोडऩेे खोलने तक की तकनीक भी सिखाई जाएगी।


बच्चे सीखेंगे नई तकनीक -

बच्चों को इलेक्ट्रॉनिक, इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल, आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस, आईटी संबंधी उपकरण एवं सेंसर के उपयोग के बारे में नई तकनीक की जानकारी दी जाएगी। साथ ही डाटा विजुलाइजेशन, समस्या-समाधान भी सिखाया जाएगा। इन लैब को संचालित करने के लिए प्रशिक्षित को-ऑर्डिनेटर लगाए गए हैं, जो स्कूली शिक्षकों को प्रशिक्षित कर सप्ताह में एक बार उनकी समस्याओं का वर्चुअल समाधान भी करेंगे। हर कक्षा के विद्यार्थी को सप्ताह में कम से कम एक घंटे का प्रशिक्षण दिया जाएगा। ये विभिन्न प्रकार के मशीन टूल्स मोबाइल एप्स के माध्यम से संचालित किए जाएंगे।


लैब में हैं 99 उपकरण, कीमत करीब 6 लाख : महात्मा गांधी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालयों में खोली जा रही लैब में करीब 99 उपकरण हैं। इन उपकरणों की कीमत करीब 6 लाख रुपए है। इन उपकरणों की सहायता से बच्चे नए मॉडल बना सकेंगे। साथ ही रोबोटिक लैब के माध्यम से विद्यार्थी कई नवाचार भी कर सकेंगे। ड्रोन व अन्य उपकरण बनाकर फोन से कनेक्ट कर उनका संचालन करना भी सीखेंगे, इसके लिए विज्ञान-गणित के दो शिक्षकों का उन्हे पूरा सहयोग मिलेगा। इन शिक्षकों को पूर्व में प्रशिक्षण दिया जा चुका है।


अंग्रेजी माध्यम के महात्मा गांधी विद्यालयों में नवाचार के अंतर्गत रोबोटिक लैब की स्वीकृति हुई है। विद्यार्थियों में क्रिएटिविटी एवं वैज्ञानिक सोच विकसित करने के साथ टीचिंग लर्निंग मटेरियल के रूप में तकनीकी व यांत्रिक सोच पैदा करना इसका प्रमुख उद्देश्य है। जिले के नौ महात्मा गांधी विद्यालयों में यह लैब स्थापित हो चुकी है। वहीं 11 महात्मा गांधी विद्यालयों में यह लेब प्रस्तावित है। 99 प्रकार के विभिन्न उपकरण इन लैब में विद्यालयों को दिए गए हैं।-अनित कुमार शर्मा, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी एवं एडीपीसी भरतपुर


भरतपुर जिला

-महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय जघीना (सेवर)

-महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय पीपला (सेवर)

-महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय निठार (भुसावर)

-महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय रूदावल (रूपवास)

-महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय उच्चैन (उच्चैन)


डीग जिला

-महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय सोगर (कुम्हेर)

-महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय सीकरी पट्टी (नगर)

-महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय पहाडी (पहाडी)

-महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय बौलखेडा (कामां)

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