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मंगलवार, 7 नवंबर 2023

बिना पैसा त्योहार: सेवानिवृत्त कार्मिकों में छाई उदासी



 बिना पैसा त्योहार: सेवानिवृत्त कार्मिकों में छाई उदासी

बीकानेर. जुलाई से लेकर अब तक सेवानिवृत हुए अधिकांश सरकारी कर्मचारियों को न तो सेवानिवृत्ति होने पर मिलने वाले किसी परिलाभ का भुगतान हुआ है और न ही अब तक पेंशन ही शुरू हो पाई है। ऐसे में सेवानिवृत हो चुके राज्य के हजारों सरकारी कर्मचारियों का दीपावली पर्व इस बार सचमुच उनके लिए आमावस्या की काली रात की तरह ही साबित होने वाला है। जुलाई से लेकर अक्टूबर माह में रिटायर होने वाले अधिकांश सरकारी कर्मचारियों की पेंशन तक शुरू नहीं हुई, जिससे उनके दैनिक खर्चों का ही संकट आ खड़ा हुआ है। ऊपर से दीपावली जैसे पर्व पर हाथ में एक पाई न होने से यह कर्मचारी बेहद निराश और उदास हैं।


इन हालात में रिटायर होने वाले कार्मिक केवल राज्य सेवा से सेवानिवृत होने का आदेश लेकर अपने घर जाने को विवश हो रहे हैं। गौरतलब है कि सरकार की ओर से विभागाध्यक्षों को बार-बार परिपत्र जारी कर सेवानिवृत्त कार्मिक को सेवानिवृत्ति वाले दिन ही सारे परिलाभ देने के निर्देश तो दिए जा रहे हैं, लेकिन स्वीकृत की गई ग्रेच्युटी और कम्युटेशन का बजट नहीं होने से कार्मिकों को तीन-तीन माह बाद तक भुगतान नहीं हो पा रहा। इसी तरह पेंशन, जो रिटायर होने के अगले महीने ही मिलनी चाहिए, वो भी तीन-चार माह बाद ही शुरू हो पा रही है। इससे सेवानिवृत होने वाले कर्मचारी अपने सेवानिवृत पर किए जाने वाले कार्यक्रम भी आयोजित नहीं कर पा रहे।


फंड-उपार्जित अवकाश के नकदी भुगतान भी समय पर नहीं

सेवानिवृत्ति पर मिलने वाले प्रॉविडेंट फंड की राशि भी कर्मचारी को दो-तीन महीने बाद मिलती है। यही हाल उपार्जित अवकाश के बदले की जाने वाले नकदी भुगतान का है। इसका बजट भी जारी नहीं किया जा रहा। ऐसा लगता है कि दीवाली तक मौजूदा स्थिति में कोई बदलाव भी नहीं आने वाला।


केस : तीन

विश्वप्रिय आचार्य, सहायक प्रशासनिक अधिकारी शिक्षा निदेशालय से 30 सितंबर 23 को सेवानिवृत हो चुके हैं। उन्हें अभी तक जीपीएफ, ग्रेच्युटी, कम्यूटेशन, पीएल नकदी भुगतान नहीं मिला है।


केस : एक

राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गोगागेट हरिजन बस्ती बीकानेर के व्याख्याता मंगलचंद आचार्य 31 जुलाई को सेवानिवृत हुए। करीब तीन महीने बाद भी उन्हें ग्रेच्युटी, कम्यूटेशन, उपार्जित अवकाश के बदले मिलने वाले परिलाभों का भुगतान नहीं हुआ है। हालांकि उनकी पेंशन शुरू हो चुकी है।


केस : दो

उषा खत्री, प्रधानाचार्य रजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गंगाशहर 31 जुलाई को सेवानिवृत हो चुकी हैं। उन्हें अभी तक कोई भुगतान नहीं मिला है। सेवानिवृत्ति पर कम्युटेशन, ग्रेच्युटी, पीएल का नकद भुगतान आदि सभी लंबित हैं। जबकि सरकार सेवानिवृत्ति वाले दिन ही सभी परिलाभ देने का दावा करती है।


खोखले साबित हो रहे दावे

सेवानिवृत्ति के दिन ही सारे लाभ देने के सरकारी दावे खोखले साबित हो रहे हैं। दो-तीन महीनों से पहले किसी भी कर्मचारी को सेवानिवृत्ति के परिलाभ नहीं मिल रहे, जबकि आदेश उसी दिन देने के हैं। दीपावली जैसे त्योहार पर कुछ भी नहीं मिलने से हाल ही में सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों की ये दीपावली काली रहने की आशंका बढ़ गई है।-ओम प्रकाश आचार्य, शिक्षक नेता


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