निजी स्कूलों में सरकारी योजनाओं की क्रियान्विति की जांच
श्रीगंगानगर. श्रीगंगानगर-अनूपगढ़ जिले सहित प्रदेशभर के प्राइवेट स्कूलों में चल रही शिक्षा विभाग की योजनाओं की पड़ताल की जा रही है। किस स्कूल में विद्यार्थियों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है या नहीं? विद्यार्थियों के लिए कितनी किफायती साबित हैं ? शिक्षा विभाग की ओर से प्राइवेट स्कूलों का फिजिकल वेरिफिकेशन किया जा रहा है। इसके लिए शिक्षा विभाग ने अधिकारियों को दिसम्बर के अंतिम सप्ताह तक का समय दिया है। वहीं, अधिकारियों की ओर से प्राइवेट स्कूल की छानबीन की जा रही है। उसके बाद रेकॉर्ड का भौतिक सत्यापन सात दिन के अंदर ऑनलाइन करना होगा। पखवाड़े बाद जिला शिक्षा अधिकारी को प्रतिवेदन रिपोर्ट को सत्यापित करना होगा।
इन योजनाओं की होगी जांच
प्राइवेट स्कूलों में भी कई ऐसी योजनाएं है जो विद्यार्थियों के लिए लाभकारी हैं। इसमें आरटीई, इंदिरा महिला शक्ति निधि और मुख्यमंत्री पुनर्भरण योजना शामिल हैं। इन योजनाओं से विद्यार्थियों को आर्थिक लाभ होता है।
हर पहलू की हो रही जांच
माध्यमिक शिक्षा विभाग की ओर से इन सभी योजनाओं को परखा जा रहा है ताकि सीधे तौर पर विद्यार्थियों को लाभ पहुंच सके। इसमें यह भी जांचा जा रहा है कि आरटीई के तहत पढ़ाई करने वाले विद्यार्थी स्कूल में मौजूद हैं या केवल स्कूलों के दस्तावेजों में पढ़ाई कर रहा है। जांच में सभी पहलुओं को ध्यान में रखा गया है।
किया जा रहा भौतिक सत्यापन
प्राइवेट स्कूलों के भौतिक सत्यापन के लिए दलों को गठन किया गया था। इनमें अधिकांश स्कूलों का सत्यापन कंप्लीट होने वाला है। अब इनकी रिपोर्ट निदेशालय को जल्दी भेजी जाएगी।-वेदप्रकाश जलधंरा, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) श्रीगंगानगर।
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