Breaking

Primary Ka Master Latest Updates | Education News | Employment News latter 👇

शुक्रवार, 10 नवंबर 2023

शिक्षक बीएलओ कार्य में लगे, कोर्स अधूरा, विद्यार्थी चिंतित

 शिक्षक बीएलओ कार्य में लगे, कोर्स अधूरा, विद्यार्थी चिंतित

सुनेल. जिले के सरकारी स्कूलों में छुट्टियों का दौर शुरू हो गया है। सभी विद्यालयों में मध्यअवधी अवकाश शुरू हो गए हैं, जो 19 नवम्बर तक जारी रहेंगे। इसके बाद 20 नवम्बर को चार दिन के लिए स्कूलों के दरवाजे खुलेंगे और फिर अगले 4 दिन के लिए बंद हो जाएंगे। जबकि 11 दिसंबर से अर्द्ववार्षिक परीक्षाएं होनी है और पेपर में 70 प्रतिशत सिलेबस से प्रश्न पूछे जाएंगे, लेकिन हालात यह है कि शिक्षक चुनावी ड्यूटी में व्यस्त होने के कारण अधिकांश स्कूलों में कोर्स पूरे नहीं हो सके। ऐसे में परीक्षा को लेकर विद्यार्थियों के साथ अभिभावकों की चिंता भी बढ़ गई।


20 को खुलेंगे स्कूल

शिक्षा विभाग के जिला शिक्षा अधिकारी हुकमचंद मीणा ने बताया कि जिले के सभी सरकारी व निजी स्कूलों में 19 नवंबर तक छुट्टियां लग गई हैं। 20 नवंबर को स्कूल खोले जाएंगे। इसके बाद 24 व 25 नवंबर को विधानसभा चुनाव के तहत अवकाश रहेगा। इसके अलावा 26 नवंबर रविवार व 27 नवंबर गुरुनानक जयंती की छुट्टी रहने से विद्यालय बंद रहेंगे। हालांकि 28 नवंबर से स्कूल खुले रहेंगे।


कक्षा नहीं ले पाते

नाम न छापने की शर्त पर शिक्षकों ने बताया कि पिछले ढाई माह से शिक्षक चुनावी व बीएलओ कार्य में लगे हैं। जिसकी वजह से वे अपना मूल कार्य नहीं कर पा रहे। विद्यालय तो आते हैं, लेकिन कक्षाएं नहीं ले पाते। जबकि 11 दिसंबर से अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं शुरू हो रही हैं। जिसमें कक्षा 8 वीं तक 70 और बोर्ड परीक्षाओं में 100 प्रतिशत सिलेबस से पेपर आएगा।


ऐसे में अधिकांश सरकारी विद्यालयों में कोर्स पूरा नहीं हो पाया है। इससे छात्र परेशान हैं।

अर्द्ववार्षिक परीक्षा में कक्षा एक से आठवीं तक 70 और बोर्ड परीक्षा में 100 प्रतिशत सिलेबस से पेपर आएगा। शिक्षक भले ही चुनावी ड्यूटी में हो, लेकिन कोर्स सबका पूरा होने की संभावना है। स्कूलों में परीक्षा की तैयारियां करवाई गई हैं। सभी विद्यालयों में 19 नवम्बर तक मध्यावधी अवकाश रहेगा।-हुकमचंद मीणा, जिला शिक्षा अधिकारी, झालावाड़


क्या कहते हैं विद्यार्थी

अंगे्रजी के शिक्षक पिछले दो माह से चुनावी ड्यूटी में व्यस्त हैं। कभी कभार कक्षा लग पाती है। ऐसे में 25 से 30 फीसदी कोर्स अधूरा चल रहा है। 10 वीं बोर्ड की अर्द्ववार्षिक परीक्षा सिर पर हैं और कई टॉपिक अधूरे हैं। ग्रामर भी पूरी नहीं हो पाई। ऐसे में मजबूरी में कॉचिंग का सहारा लेना पड़ रहा है। रानी कुमारी, सामरिया


एक माह से गणित के दो चेप्टर अधूरे हैं और स्कूलों में अवकाश से पहले ही छुट्टियों का माहौल बना हुआ है। शिक्षक चुनाव ड्यूटी में होने के कारण क्लासें नहीं लग पातीहैं। ऐसे में स्कूल जाने में समय खराब होता है, इसलिए घर रहकर ही पढ़ाई कर रहे हैं। कक्षा आठवीं में 70 प्रतिशत कोर्स आएगा। जिसे निजी स्कूलों में कार्यरत परिचित शिक्षकों की मदद से पूरा कर रहें है। महेश कुमार, सुनेल


चुनाव ड्यूटी के कारण स्कूलों में पढ़ाई नहीं हो रही। बच्चे जाते हैं तो अधिकांश समय खाली बैठे रहते हैं। परीक्षा सिर पर हैं, पढ़ाई का नुकसान न हो इसलिए बच्चे ट्यूशन भेज कोर्स पूरा करवाना पड़ रहा है। शिक्षाधिकारियों को परीक्षा को देखते हुए शिक्षण व्यवस्था करनी चाहिए।-मनोज कुमार, अभिभावक, सुनेल


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें