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बुधवार, 22 नवंबर 2023

परेशानीः गुरुजी चुनाव में, स्कूल व बच्चे रामभरोसे, सरकारी स्कूलों में अभी तक कोर्स अधूरा, अर्द्धवार्षिक परीक्षाओं पर पड़ेगा प्रतिकूल असर

 

परेशानीः गुरुजी चुनाव में, स्कूल व बच्चे रामभरोसे, सरकारी स्कूलों में अभी तक कोर्स अधूरा, अर्द्धवार्षिक परीक्षाओं पर पड़ेगा प्रतिकूल असर

सीकर विधानसभा चुनावों का प्रतिकूल असर स्कूली बच्चों की शिक्षा पर भी हो रहा है। शिक्षा विभाग राज्य सरकार ने शिक्षकों को युवा पत्रिका महोत्सव, ग्रामीण "ओलपिक, विधानसभा चुनावों, बीएलओ आदि के कार्यों लगा दिया। इसके चलते छात्र-छात्राओं का सिलेबस पूरा नहीं हो सका है। वहीं ही स्कूल्स के प्रिंसिपल व अन्य सीनियर व्याख्याताओं को एफएसटी टीमों में नियुक्त कर दिया गया था। अब स्टूडेंट्स इस पसोपेश में हैं कि व राज्य सरकार ने शिक्षकों को युवा महोत्सव, ग्रामीण ओलंपिक, विधानसभा चुनावों, बीएलओ आदि के कार्यों लगा दिया। 


इसके चलते छात्र-छात्राओं का सिलेबस पूरा नहीं हो सका है। वहीं एक महीने पहले से ही स्कूल्स के प्रिंसिपल व अन्य सीनियर व्याख्याताओं को एफएसटी टीमों में नियुक्त कर दिया गया था। अब स्टूडेंट्स इस पसोपेश में हैं कि वे कोर्स कंपलीट हुए बिना अर्द्धवार्षिक परीक्षाओं की तैयारी कैसे करेंगे। यही नहीं सिलेबस समय पर पूरा नहीं होने व रिवीजन में देरी का सीधा असर बोर्ड कक्षाओं के परिणामों पर भी पड़ेगा। ज्यादातर स्कूलों में करीब 40 प्रतिशत कोर्स भी पूरा नहीं हो सका है। प्रदेशभर के 65112 स्कूल्स में 95 लाख स्टूडेंट्स परेशान हो रहे हैं। 10वीं व 12वीं के बोर्ड परीक्षाओं के नौ लाख से अधिक स्टूडेंट्स भी कोर्स पूरा नहीं होने से प्रभावित हो रहे हैं।


शिक्षक लगाए गैर शैक्षणिक कार्यों में

शिक्षा विभाग ने सबसे पहले जुलाई और अगस्त 2023 में 1.50 लाख शिक्षकों को एफएलएम की ट्रेनिंग करवाई। शिक्षकों की इस ट्रेनिंग के लिए 20 हजार शिक्षकों व आरपी ने ट्रेनिंग व अन्य व्यवस्थाएं संभाली थी. ऐसे में अध्ययन पर सीधा असर पड़ा। इसके बाद प्रदेशभर में ग्रामीण ओलंपिक खेल शुरू हुए। खेलों के समापन के बाद हर जिले में युवा महोत्सव के आयोजन करवाए गए। इन सब कार्यों में सरकारी अध्यापक, पीटीआई व प्रिंसिपल्स सहित एसीबीईओ, सीबीईओ व डीईओ स्तर के अधिकारियों ने सारा कार्य संभाला था। ऐसे में सरकारी स्कूलों के शिक्षण कार्य पर सीधा असर पड़ा था। अकेले सीकर जिले में करीब ढाई हजार शिक्षक बीएलओ, निर्वाचन शाखा अलग-अलग सेल व अन्य कार्यों में लगे हुए हैं । 


आधी-अधूरी तैयारी से देंगे अर्द्धवार्षिक परीक्षा

अब तक 60 फीसदी से अधिक कोर्स पूरा हो जाना चाहिए था। इससे 10वीं और 12वीं के सीकर जिले के बोर्ड स्टूडेंट्स का परिणाम प्रभावित होने की आशंका बढ़ गई है, क्योंकि वे अधूरी तैयारी से परीक्षा देंगे। दिसंबर में अर्द्धवार्षिक परीक्षा आ जाएगी और महीने का ज्यादातर हिस्सा परीक्षा और मूल्यांकन में चला जाएगा। एक्सपर्ट के मुताबिक अर्द्धवार्षिक परीक्षा के आधार पर बोर्ड स्टूडेंट्स की तैयारी और परफॉरमेंस का पता चलता है। कोर्स पूरा कराने के लिए सिर्फ जनवरी ही बचेगा और इसी एक माह में 50 फीसदी कोर्स पूरा कराना होगा।


बोर्ड परिणाम पर होगा असर

गैर शैक्षणिक कार्यों के बोझ के कारण बच्चों का कोर्स अधूरा है, बोर्ड के परीक्षा परिणाम पर भी इसका असर पड़ेगा। प्रदेश के एक करोड़ बच्चों ओर शिक्षकों को आने वाली नई सरकार से उम्मीद है कि वह गैर शैक्षणिक कार्यों से शिक्षकों को मुक्त करेगी। -उपेन्द्र शर्मा प्रदेश महामंत्री, राजस्थान शिक्षक संघ, शेखावत



ऑनलाइन शिक्षण करवा रहे हैं.....

विभिन्न कार्यों व शिक्षकों के प्रशिक्षण का जो असर शिक्षण कार्य पर पड़ा है, उसे पूरा करने के लिए विषय विशेषज्ञों की अतिरिक्त कक्षाएं लगाने के साथ ऑनलाइन शिक्षण कार्य शुरू किया जा रहा है।-शीशराम कुल्हरी, डीईओ माध्यमिक शिक्षा, सीकर

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