विश्वविद्यालयों में एआई बेस्ड कोर्स, बढ़ेंगे जॉब के अवसर
कोटा. जिस तरह से एआई तकनीक का उपयोग लगातार बढ़ता जा रहा है और विद्यार्थियों को अपडेट करने की जरूरत महसूस की जा रही है। ऐसे में तकनीकी शिक्षा विभागों के अब तक संचालित पाठ्यक्रम भी अपडेट हो रहे हैं। यूजीसी प्रदेश के विश्वविद्यालयों में यूजी व पीजी पाठ्यक्रमों में एआई बेस्ड पाठ्यक्रम भी शुरू कर रहा है। कुछ कोर्सेज शुरू भी हो चुके हैं और विद्यार्थी इनसे लाभान्वित हो रहे हैं। विद्यार्थियों की मांग के अनुसार कुछ की तैयारियां चल रही हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) की सिफारिशों के अनुसार, यूजीसी ने प्रदेश के विवि में छात्रों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित दर्जनों प्रोफेशनल कोर्स की सुविधा दी है। राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय में कम्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग में एआई तकनीक आधारित 7 यूजी बेस्ड कोर्स संचालित हैं। इनमें रीप के माध्यम से प्रवेश दिया जाता है।
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत आरटीयू में यूजी में एआई बेस्ट सात कोर्स संचालित हैं। सॉफ्टवेयर कंपनियों की मांग बढ़ने से एआई की डिमांड बढ़ेगी। कुछ विश्वविद्यालयों ने छात्र- छात्राओं के लिए स्ट्रीम बदलने की सुविधा दी गई है। इससे छात्रों को फायदा होगा। -प्रो. एसके सिंह, कुलपति, राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय
विवि में मास्टर ऑफ कम्प्यूटर साइंस, एंटीग्रेटेड एमसीए में मशीन लर्निंग, डेटा साइंस, साइबर सिक्योरिटी जैसे कोर्स संचालित हैं, इनमें नियमित स्टूडेंट को मेरिट के आधार पर प्रवेश दिए जाते हैं। एआई आधारित कोर्स से विद्यार्थियों की नॉलेज व रोजगार के अवसर होंगे। -डॉ. रीना दाधीच, शोध निदेशक, कोटा विश्वविद्यालय।
पहला विवि, जहां एक साथ दो डिग्री कर सकते
कोटा वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय से अब विद्यार्थी एक साथ दो डिग्री कर सकेंगे। एक डिग्री नियमित विश्वविद्यालय से और दूसरी खुला विश्वविद्यालय से की जा सकती है। इस तरह की विद्यार्थियों को सुविधा देने वाला पहला विवि है।
मास्टर ऑफ कम्प्यूटर साइंस
एटीग्रेटेड एमसीए में मशीन लर्निंग (एमएल)
डेटा साइंस
साइबर सिक्यूरोरिटी
आरटीयू में यह कोर्स संचालित
कम्प्यूटर साइंस एंड डिजाइन
कम्प्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग में डेटा साइंस
इंटरनेट ऑफ थिंग्स
रिजनल कोर्स
साइबर सिक्योरिटी
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंन्स
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड डाटा साइंस
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