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गुरुवार, 7 दिसंबर 2023

नए जिलों की सौगात नौनिहालों और अभिभावकों की जेब पर पड़ रही भारी

 


नए जिलों की सौगात नौनिहालों और अभिभावकों की जेब पर पड़ रही भारी


नौगांवा. भले ही लोगों को नए जिलों की सौगात रास आई हो, लेकिन इन जिलों में पहली बार हो रही परीक्षा के शुल्क के नाम पर शिक्षा विभाग की ओर से अलवर जिले से दोगुना शुल्क वसूला जा रहा है। ऐसे में इसका खमियाजा नौनिहाल और उनके अभिभावकों सहित विद्यालयों को भुगतना पड रहा है।


गौरतलब है कि 11 दिसंबर से अर्द्ववार्षकि परीक्षाओं का आयोजन जिला समान परीक्षा के तहत किया जा रहा है। जिसके लिए सभी विद्यालयों के कक्षा 9 से 12 के बच्चों से परीक्षा शुल्क लिया जा रहा है। जो नए जिलों में अलवर जिले की तुलना में दोगुना है। अलवर जिले की जिला समान परीक्षा के तहत कक्षा 9 और 11 के लिए प्रत्येक बच्चे के लिए 12 रुपए की राशि निर्धारित की गई है, वहीं बोर्ड कक्षा 10 और 12 के लिए 8 रुपए परीक्षा शुल्क के नाम पर ली गई है। इसके अलावा अलवर से बने नए जिले खैरथल-तिजारा में यह राशि कक्षा 9 और 11 के लिए 20 रुपए और बोर्ड कक्षाओं के बच्चों के लिए 15 रुपए निर्धारित है। कोटपूतली-बहरोड जिले में ये राशि कक्षा 9 और 11 के लिए 25 रुपए और कक्षा 10 और 12 के लिए 15 रुपए निर्धारित की गई है। ये राशि अलवर जिले की लगभग दोगुनी है।


लाखों रुपए कोष में जमा, फिर भी होना पड रहा परेशान : जानकारों की माने तो पूर्व में अलवर जिले से ही जिला समान परीक्षा का आयोजन होता था और सभी ब्लाँकों के विद्यालयों से परीक्षा शुल्क जमा होता था। जिसमें परीक्षा सम्पन्न होने के बाद जो राशि बची होती थी वो सुरक्षित रहती थी। ऐसी स्थिति में अलवर जिला समान परीक्षा के पास कई लाखों रुपए का कोष परीक्षा के लिए सुरक्षित है। अब अलवर के कई ब्लाँकों का अन्य जिलों में स्थानान्तरण होने के बाद उस कोष का उपयोग उन ब्लाँकों के लिए क्यों नहीं किया जा रहा है। नए जिलों के शिक्षा अधिकारियों का कहना है कि इस कोष के उपयोग के लिए निदेशक को भी लिखा गया, लेकिन इसका कोई समाधान नहीं निकलने के कारण अपने स्तर पर ही परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें खर्च ज्यादा आ रहा है। ऐसे में परीक्षा शुल्क में थोडी बढोतरी की गई है। अगले साल से थोडी राहत मिल सकेगी।


विभाग की ओर से शुल्क के लिए कोई सीमा निर्धारित नहीं की है। प्रत्येक जिला अपने खर्चे और सुविधा के अनुसार शुल्क ले सकता है। जिसके कारण नो प्रोफिट, नो लाँस के आधार पर शुल्क में थोडी बढोतरी की गई है। हमारे पास किसी भी तरह का कोई कोष सुरक्षित नहीं है, जिसके कारण थोडी दिक्कत हो रही है। -राजकुमार जैन जिला शिक्षा अधिकारी खैरथल-तिजारा।


नया जिला बनने के कारण पूर्व में किसी तरह का कोष नहीं है। पहली बार परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। जिसके कारण परीक्षा शुल्क थोडा ज्यादा लिया जा रहा है। जो राशि बचेगी, उसे अगले वर्ष में समायोजित कर लिया जाएगा। -रामसिंह यादव जिला शिक्षा अधिकारी, कोटपूतली-बहरोड।


जिलों के नए बनने के कारण शायद उनके पास अभी फण्ड की कमी है। जिसके कारण शुल्क ज्यादा लिया जा रहा हो। अलवर में तो शुल्क में कोई बढोतरी नहीं की गई है। पूर्व की तरह यथावत है। -नेकीराम जिला शिक्षा अधिकारी, अलवर।



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