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गुरुवार, 15 फ़रवरी 2024

शिक्षक पूजा या नमाज के नाम पर स्कूल छोड़ेगा तो लेनी होगी पूरे दिन की छुट्टी : दिलावर

 

शिक्षक पूजा या नमाज के नाम पर स्कूल छोड़ेगा तो लेनी होगी पूरे दिन की छुट्टी : दिलावर

राजस्थान में भजनलाल के शिक्षामंत्री मदन दिलावर ने साफ कहा है कि कोई बालाजी पूजने के नाम पर कोई भेरुजी पूजन के नाम पर तो कोई नमाज पढ़ने के नाम पर शिक्षक स्कूल से नदारद नहीं रह सकते। ऐसे में अब स्पष्ट निर्देश जारी किए जाएंगे कि स्कूल टाइम में कोई भी शिक्षक किसी भी बहाने से स्कूल छोड़कर न जाए। यदि वो जाएगा तो उसे पूरे दिन की छुट्टी लेनी पड़ेगी। यदि कोई शिक्षक लगातार ऐसा करता पाया गया तो उसकी एब्सेंट मार्क की जाएगी। मदन दिलावर के मुताबिक स्कूलों में लगातार औचक निरीक्षण करने के दौरान सामने आई स्थिति को मद्देनजर रखते हुए बुधवार को उन्होंने इस संबंध में जल्द आदेश जारी करने की बात कही। साथ ही कहा कि कष्ट होता है कि सूर्य भगवान का विरोध करने वाले भी इस धरती पर पैदा हो रहे हैं।


जारी होंगे आदेश 

शिक्षा मंत्री ने बालिका शिक्षा प्रोत्साहन व पाठ्य पुस्तक मंडल स्वर्ण जयंती समारोह में मंच से शिक्षकों को चेतावनी देते हुए कहा कि कई शिक्षक मस्जिद जाने के नाम पर, नमाज पढ़ने के नाम पर कई-कई घंटे गायब रहते हैं। इससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है। ऐसे में अब जल्द ऐसे आदेश जारी किए जाएंगे कि कोई भी अध्यापक बालाजी, भेरुजी पूजन के नाम पर, देवी-देवता पूजने के नाम पर या नमाज पढ़ने के नाम पर अपना विद्यालय नहीं छोड़ेगा। अगर छोड़ना है तो पूरे दिन की छुट्टी लेनी पड़ेगी. उन्होंने कहा कि वो किसी पूजा-पाठ के विरोधी नहीं है, लेकिन पूजा पाठ का एक समय होता है. उस समय आराधना कीजिए, लेकिन शिक्षक विद्यालय के समय में कटौती करके जा रहे हैं। ये ठीक नहीं होगा। 


भगवान सूर्य का विरोध करने वाले भी इस धरती पर पैदा हो रहे हैं

सूर्य सप्तमी यानी 15 फरवरी को सभी से 10:30 बजे से 11 बजे के बीच सूर्य नमस्कार करने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि वो खुद जयपुर चौगान स्टेडियम में सूर्य नमस्कार करेंगे। इस दिन सभी छात्रों को स्कूल आना ही चाहिए, क्योंकि सूर्य भगवान की आराधना या सूर्य नमस्कार किसी मजहब से जुड़ा हुआ नहीं है। उन्होंने कहा कि कष्ट इस बात का हो रहा है कि सूर्य भगवान का विरोध करने वाले भी इस धरती पर पैदा हो रहे हैं। माननीय न्यायालय में जा रहे हैं और कह रहे हैं कि सूर्य भगवान की पूजा करने से हमारी भावनाएं आहत होती है। इनके लिए क्या शब्द कहें क्या नहीं, लेकिन इस पर बोले बिना भी रहा नहीं जा रहा कि जिसको सूर्य भगवान की आराधना करने से, सूर्य भगवान को प्रणाम करने से, सूर्य नमस्कार करने से आपत्ति है, वो सूर्य भगवान का प्रकाश लेना बंद कर दें. वो काल कोठरी में घुस जाए, ताकि सूर्य की किरणें उन पर न पड़े।


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