समान वेतन की मांग के लिए शिक्षामित्रों का अनिश्चितकालीन धरना 5 सितंबर से आंदोलन की शुरुआत
शिक्षामित्रों ने समान कार्य-समान वेतन की मांग को लेकर 5 सितंबर से लखनऊ में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन की तैयारी की है। यह निर्णय आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा लिया गया है, जो शिक्षामित्रों के अधिकारों के लिए लंबे समय से संघर्षरत है।हालांकि उन्हें "शिक्षामित्र" के नाम से पुकारा जाता है, लेकिन वे वही काम करते हैं जो स्कूलों में शिक्षक कर रहे हैं बच्चों को शिक्षा देना। शिक्षक दिवस पर शिक्षक सम्मान प्राप्त करते हैं, लेकिन शिक्षामित्रों को इस बार शिक्षक दिवस पर लखनऊ में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन की तैयारी करनी पड़ रही है। आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश नेतृत्व ने इस कदम का निर्णय लिया है, और इसके लिए जिला स्तर पर भी सक्रियता बढ़ाई गई है। जिला स्तर पर शिक्षामित्रों से संपर्क कर उन्हें आंदोलन के लिए तैयार किया जा रहा है।
एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष और संरक्षक चंद्रभान सिंह वर्मा तथा जिलाध्यक्ष श्रीओम यादव ने कहा कि प्रांतीय नेतृत्व द्वारा लंबे समय से शिक्षामित्रों के हक और अधिकार की लड़ाई लड़ी जा रही है। समान कार्य और समान वेतन की यह लड़ाई शिक्षामित्रों की मान-सम्मान की लड़ाई है। प्रदेश सरकार के सामने इस संबंध में कई बार मांग रखी जा चुकी है।12 अगस्त को, प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर शिक्षामित्र जिला बेसिक शिक्षाधिकारी को ज्ञापन सौंपेंगे। शिक्षामित्रों से तीन बजे बीएसए दफ्तर पहुंचने की अपील की गई है, और मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन में सरकार के समक्ष उनकी मांगें रखी जाएंगी। यदि 20 अगस्त तक उनकी मांगें पूरी नहीं की जातीं, तो प्रदेश में व्यापक आंदोलन होगा। इसके साथ ही, 5 सितंबर से लखनऊ में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन भी शुरू होगा।शिक्षामित्रों ने बेसिक शिक्षा मंत्री द्वारा सदन में दिए गए बयान को गैर-जिम्मेदाराना बताते हुए कहा है कि इससे प्रदेश के शिक्षामित्रों में रोष है। इस बयान ने उनकी भावनाओं को ठेस पहुंचाई है और इसके खिलाफ वे अपनी आवाज़ उठाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
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