पालनहार योजना: वार्षिक सत्यापन से शत-प्रतिशत लाभान्वित बच्चों का लाभ सुनिश्चित
बीकानेर, 30 अक्टूबर – आगामी शैक्षणिक सत्र 2024-25 के तहत पालनहार योजना में शामिल सभी बच्चों का वार्षिक सत्यापन अनिवार्य होगा। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के संयुक्त निदेशक एलडी पंवार ने बताया कि अब तक केवल 7,807 बच्चों का सत्यापन किया गया है, जबकि 6,670 बच्चे अभी भी इस प्रक्रिया से वंचित हैं।
पालनहार योजना का महत्व
पालनहार योजना के संशोधित नियम 2022 के अनुसार, लाभार्थियों को हर साल जुलाई से दिसंबर के बीच अपने जीवित होने और बच्चों के आंगनबाड़ी केन्द्र में पंजीकरण की जानकारी का सत्यापन कराना आवश्यक है। यह सुनिश्चित करता है कि सभी लाभार्थियों को समय पर विभाग की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिले।
सत्यापन प्रक्रिया की सरलता
पंवार ने बताया कि शाला दर्पण पोर्टल पर जिन बच्चों का आधार नंबर अपडेट है, उनका वार्षिक सत्यापन स्वतः हो जाएगा। ऐसे बच्चों को अलग से सत्यापन कराने की आवश्यकता नहीं होगी। वहीं, जिन बच्चों के आधार नंबर अपडेट नहीं हैं, उन्हें शाला दर्पण पर अपने आधार नंबर को अपडेट करना होगा।
फेस रिकग्निशन और ई-मित्र कियोस्क का उपयोग
एसजेएडी पालनहार स्कीम एप के माध्यम से फेस रिकग्निशन प्रक्रिया के जरिए शेष बचे बच्चों और पालनहारों का सत्यापन किया जा सकता है। यदि कोई बच्चा या पालनहार वेब सर्विस या एप के माध्यम से सत्यापन नहीं करवा पाता, तो वे ई-मित्र कियोस्क केन्द्र पर अध्ययनरत प्रमाण पत्र अपलोड कर सकते हैं या संबंधित ब्लॉक सामाजिक सुरक्षा कार्यालय में जाकर सत्यापन करवा सकते हैं।
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