अध्यापक कल्याण कोष से छात्रवृत्ति: सरकारी शिक्षकों के बच्चों को भी मिलेगा अब लाभ
भीलवाड़ा. राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने शिक्षा विभाग में कार्यरत अध्यापकों के बच्चों के लिए छात्रवृत्ति योजना ( अध्यापक कल्याण कोष न्यास छात्रवृत्ति) शुरू की है। इससे अध्यापकों के बच्चों को उच्च शिक्षा में आर्थिक सहयोग मिलेगा। अब तक छात्रवृत्ति केवल गरीब और असहाय के साथ पिछड़े वर्ग दी जाती है, लेकिन शिक्षा विभाग की पहल से अब हजारों शिक्षकों को छात्रवृत्ति का लाभ मिल सकेगा।
योजना के तहत केवल उन्हीं शिक्षकों बच्चों को छात्रवृत्ति दी जाएगी, जो बीते पांच साल से अध्यापन कर रहे हैं। जिन्होंने कम से कम तीन बार अजमेर बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच की हो। यह छात्रवृत्ति शिक्षक की एक संतान को ही देय होगी। इसके साथ शिक्षक की वार्षिक आय 14 लाख रुपए से कम होनी चाहिए। अध्यापकों के बच्चों को प्रति वर्ष 7,500 रुपए तक की छात्रवृत्ति दी जाएगी। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन 14 नवंबर तक किए जा सकते हैं। छात्रवृत्ति केवल एक सत्र के लिए उपलब्ध होगी। अगले सत्र में नवीनीकरण करना होगा। ऑन ड्यूटी निधन होने पर शिक्षक के परिवार को 2 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी। गंभीर बीमारी की स्थिति में भी अध्यापकों को आर्थिक सहायता का प्रावधान है। छात्रवृत्ति की राशि पाठ्यक्रम के अनुसार निर्धारित की गई है।
ब्लॉक शिक्षा अधिकारी सुवाणा, डॉ. रामेश्वर जीनगर ने बताया कि सरकार ने अच्छी पहल की है। इसका सभी शिक्षकों के बच्चों को फायदा होगा। उनके बच्चों को भी अब छात्रवृत्ति मिल सकेगी। इसके लिए सभी शिक्षकों को 14 नवंबर तक आवेदन करने होंगे।
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